महिला बांझपन में सुधार करने के लिए योग – Fertility Yoga in Hindi
Fertility Yoga in Hindi : समाज महिलाओं के साथ हमेशा से ही दोयम दर्जे का व्यवहार करता आ रहा है। यदि कोई महिला संतान उत्पत्ति के योग्य नही होती है तो समाज में उसे हीन भावना से देखता है है। बांझपन को हमारे भारतीय में अभिशाप माना जाता रहा है और आज भी कुछ लोग संतानहीन महिला को ताने देते है। जब पति-पत्नी एक वर्ष तक प्रयास करते है और गर्भधारण में असफल रहते है तो दोनो में किसी एक को इनफर्टिलिटी की समस्या होती है जिसके कारण वह माँ-पिता बनने में असर्मथ हो जाते है। यदि टेस्ट में महिला को प्रजनन संबंधी परेशानी होती है तो उसे फ़ीमेल इनफर्टिलिटी के नाम से जानते है।
Yoga for ertility – योग के द्वारा बांझपन की समस्या का निवारण काफी हद तक किया जाता है। योग एक प्रकार का विज्ञान है अगर नियमित प्रयास किया जाये तो योग के द्वारा प्रजनन क्रिया को ठीक किया जा सकता है। योग में आज भी ऐसे-ऐसे कारगर आसान है जिनके आधार पर महिला की प्रजनन क्षमता में वृद्धि करके निःसंतानता से बचा जा सकता है। और पढ़े – योग और प्राणायाम द्वारा महिला स्वास्थ्य
बाँझपन दूर करने के लिए कुछ योग आसान
1. चक्रासन
2. बालासन
3. पश्चिमोत्तानासन
4. सर्वांगासन
5. सेतुबंधासन
बांझपन के लिए चक्रासन के फायदे
योग के द्वारा शारीरिक समस्याओं का निदान तो होता ही साथ में महिलाओं में होने वाली निःसंतानता की बीमारी से भी निजात दिलाता है। प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि मुनि योग के द्वारा बांझपन को ठीक किया करते थे और आज भी योग के द्वारा निःसंतानता को दूर करने में मदद मिलती है।
चक्रासन एक विशेष प्रकार को आसान है जिसके नियमित प्रयास करने से महिलाओं के प्रजनन हार्मोन में वृद्धि होती है और साथ ही महिलाओं के प्रजनन अंग सक्रिय होकर गर्भधारण के योग्य बनते है।
बालासन से निःसंतानता का उपचार
बालआसान अर्थात बच्चा या शिशु और आसान से तात्यपर्य है मुद्रा या फिर स्थिति (शरीर की) बाल आसान बहुत ही सरल आसान है और बहुत ही लाभकारी आसानों में से एक है।
बालआसान के नियमित अभ्यास के द्वारा महिलाओं में होने वाले दोष शांत हो जाते है और शरीर में रक्त का संचार सामान्य रुप से होने लगता है। बालासान के द्वारा शारीरिक तथा मानसिक शांति प्राप्ति होती है और महिला का शरीर से तनाव दूर हो जाता है। इसलिए बालासन संतान प्राप्ति में सहायक होता है।
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पश्चिमोत्तानासन से निःसंतानता का उपचार
पश्चिमोत्तानासन से महिलाओं के तन तथा मन दोनो का विकास होता है। पश्चिमोत्तानासन के द्वारा महिलाओं के शरीर के विकार दूर हो जाते है और साथ ही महिलाओं के अंडो में परिपक्वता आती है जिसके कारण महिलाओं को जल्दी गर्भधारण में मदद मिलती है। लो एएमएच की समस्या से भी योगासन के द्वारा दूर हो जाती है।
सर्वांगासन से निःसंतानता का उपचार
सर्वांगासन के लाभ से तो हर कोई भालिभांति परिचित है। वैसे तो हर आसान के द्वारा हर किसी को लाभ होता है परंतु सर्वांगासन मुख्य रुप से महिलाओं के लिए ही बना है । सर्वांगासन करने से महिलाएं पूरी तरह से मानसिक एवं शारीरिक रुप से स्वस्थ रहती है।
महिलाओं की यौन क्रियाओं को सर्वांगासनअच्छा करता है तथा यौन संबंधी परेशानियों को दूर करता है। सर्वांगासन करने से महिलाओं के प्रजनन अंग दूगनी ऊर्जा के साथ यौन क्रिया के लिए तैयार हो जाते है तथा उनकी मांसपेशियों में मजबूती आती है।
सेतुबंधासन से निःसंतानता का उपचार
yoga for infertility – योग के द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य में चार चाँद लगा दिये है । यदि आयुर्वेदिक उपचार के साथ योग का सहारा लिया जाये तो किसी भी बीमारी को बहुत ही जल्द ठीक किया जा सकता है।
सेतुबंधासन से द्वारा महिला के शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन को रोका जा सकता है। सेतुबंधासन से महिला के पूरे शरीर में अच्छे से रक्त का संचार होता है। सेतुबंधासन आसान महिलाओं के मन को शांत रखता है और उनके जीवन से तनाव को दूर करता है।
गर्भधारण करने वाली महिलाओं को यह आसान बहुत ही फ़ायदेमंद है। सेतुबंधासन के नियमित अभ्यास से अनियमित पीरियड्स तथा दर्द युक्त पीरियड्स में राहत मिलती है। निःसंतान महिलाओं के प्रजनन अंगों में प्राण शक्ति का संचार होता है।
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