मूत्र नली (पेशाब) रुकावट का आयुर्वेदिक उपचार – Urethral Stricture Treatment
Urethral Stricture Treatment – मूत्रमार्ग एक ट्यूबलर संरचना है जो मूत्राशय से मूत्र को बाहर निकालने का कार्य करती है। यूरेथ्रल एक ऐसी स्थिति है जिसमें मूत्रमार्ग के लुमेन का कैलिबर कम हो जाता है और यहां तक कि पूरी तरह से बंद हो सकता है।
Urethral Stricture से पीड़ित व्यक्ति को पेशाब के दौरान मूत्रमार्ग में संकुचित संवेदना (Narrowed sensation) का अहसास होता है। यह बीमारी जिन लोगों में होती है एक बार में पेशाब को त्यागने में समर्थ नही होते है और उन्हें ऐसा लगता रहता है कि उनके मूत्राशय में अभी भी पेशाब रुका हुआ है।
मूत्र नली में जब ब्लॉकेज (Urethral Stricture) हो जाती है तो पेशाब बूंद बूंद करके बाहर आता है। एक धारा के साथ पेशाब बाहर नही आ पाता है। पेशाब नली में रुकावट हो जाने के बाद पेशाब के दौरान बहुत अधिक दबाव डालना पड़ता है तभी पेशाब बाहर आता है और पेशाब नली में दर्द भी महसूस होता है।
पेशाब नली में रुकावट के लक्षण – Peshab Nali Me Rukawat ke Lakshan
पेशाब नली में जब ब्लॉकेज हो जाता है तो बहुत ज्यादा समस्या हो जाता है। इस समस्या के कुछ लक्षण है जो पेशाब नली में रुकावट को दर्शाते है। आयुर्वेद के अनुसार जब आपके खानपान में खराबी आ जाती है तो आप मूत्र विसर्जन की समस्या का शिकार हो सकते है।
इसके अलावा यदि दिनचर्या में अधिक बदलाव कर देते है तो भी मूत्र त्यागने में समस्याएं आने लगती है ।
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना।
- पेशाब त्यागते समय दर्द महसूस होना।
- पेशाब नली का अवरुद्ध होना।
- सामान्य रुप से पेशाब न आना।
- पेशाब में गंध आना इत्यादि लक्षण हो सकते है।
पेशाब नली में रुकावट के कारण – Peshab Nali Me Rukawat ke Kaaran
यदि आपको पेशाब करते समय कोई परेशानी होती है तो आपको बिल्कुल भी देरी नही करनी चाहिए क्योंकि यह छोटी समस्या बहुत बड़ा रूप धारण कर सकती है। पेशाब की समस्या का सीधा संबंध मूत्र प्रणाली तंत्र से होता है ।
यदि आप समय पर मूत्र विकार की समस्या का उपचार नही करवाते है तो इसका असर आपकी मूत्र वाहिनी, मूत्राशय, मूत्रमार्ग को प्रभावित कर सकता है। पेशाब नली बंद होेने होने के कई कारण हो सकते है जो कि इस प्रकार से है –
- यौन संचारित बीमारियाँ।
- पेशाब में जलन होना।
- किडनी में स्टोन
- मूत्राशय कैंसर
- अधिक दवाओं का सेवन भी पेशाब नली को बंद सकता है।
- पेशाब में खून आना।
पेशाब नली में रुकावट का आयुर्वेदिक उपचार – Peshab Nali Me Rukawat ka Ayurvedic Upchar
आयुर्वेद में पेशाब से संबंधित समस्याओं का बहुत ही अच्छा इलाज है । यदि आप भी मूत्र संबंधी किसी समस्या से ग्रसित है तो शर्म छोड़े और इसका उपचार जरुर करायें अन्यथा यह गंभीर रूप ले सकती है।
क्योंकि यदि आप समय रहते इसका निदान नही करते है तो इससे अन्य बीमारियों के होने के खतरा बढ़ सकता है। आयुर्वेद कहता है कि जिस बीमारी का इलाज आप जितनी जल्दी करवाते है उसके ठीक होने में उतना ही कम समय लगता है।
पेशाब नली में रुकावट की आयुर्वेदिक दवा –
इलायची – इलायची एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है जो सामान्यतः सभी के घरों में मिल जाती है। यह बहुत ही गुणकारी होती है जिससे यह मूत्र रोगों से संबंधित समस्याओं को दूर करने में काफी लाभकारी होती है। इलायची में एंटीसेप्टिक, एंटी-ऑक्सीडेंट तथा मूत्रवर्धक गुण होते है, जो मूत्र नली में ब्लॉकेज को खोलने में सहायक होते है।
नारियल – नारियल में पेशाब की बीमारियों को दूर करने के गुण होते है। नारियल पानी पीने से पेशाब त्याग करते समय होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
फल – साइट्रस से युक्त फलों का सेवन करने से मूत्र नली के संक्रमण को रोका जा सकता है। संतरा तथा मौसमी फल के सेवन से नली में होने वाले बैक्टीरिया मूत्र के द्वारा बाहर हो जाते है।