अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी या अस्पष्ट – Unexplained Infertility in Hindi
क्या कई प्रयासों के बाद भी आप प्रगनेंट नहीं हो पा रही, तो यह निसंतानता का संकेत हो सकता है। आज के दौर में निसंतनता की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उसके बावजूद भी ज्यादातर लोगों को इस बारे में खबर ही नहीं होती है की आखिरकार निसंतानता क्या है? निसंतानता क्यों होता है? कभी कभी कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि निसंतानता के पीछे का कारण पता नहीं लग पाता है। जिसे अस्पष्ट या Unexplained Infertility के नाम से जाना जाता है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको अस्पष्ट या अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी- Unexplained Infertility in Hindi
जब कपल्स कई प्रयास करने के बाद भी कंसीव करने में असमर्थ है तो इनफर्टिलिटी का कारण जानने के लिए डॉक्टर कंसल्ट कर सकते है। ज्यादातर मामलों में कारण पता लग सकता है, जिसका समाधान ढूंढ जा सकता है। लेकिन कुछ मामलों में जब डॉक्टर भी इंफर्टिलिटी का कारण बता नहीं पाते है। इस तरह की स्थिति में अस्पष्ट या अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी (Unexplained Infertility in Hindi) के रूप में जानी जाती है।
अस्पष्ट या अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी का मतलब है कि पूरी तरह से निसंताना की जांच के बाद भी रोग का कारण अज्ञात यानि किसी का कारण का पता न लग पाना। अस्पष्ट या अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी का निदान तब किया जाता है जब सभी टेस्ट में कोई कारण स्पष्ट नहीं होता है। इंफर्टिलिटी के करीब 30 मामले अनएक्सप्लेनड इंफर्टिलिटी की श्रेणी में शामिल होते है। यह समस्या महिलाओं और पुरूषों दोनों में ही हो सकती है। पुरूषों में, इंफर्टिलिटी के कारण को पहचान जा सकता है। हालांकि कुछ प्रतिशत पुरूष अनएक्सप्लेनड इंफर्टिलिटी से गुजरते है।
अस्पष्ट या अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी के कारण- Aspasht Ya Unexplained Infertility Ke Karan
अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी के पीछे का कारण जानना आसान नहीं है। अगर हेल्थ एक्सपर्ट (Infertility Doctor) मेडिकल कंडीशन के साथ आगे आते है जो कि अनएक्सप्लेनड इंफर्टिलिटी का कारण हो सकता है। यहां प्रमुख कंडीशन है जो कि अनएक्सप्लेनड इंफर्टिलिटी का कारण हो सकते है।
- इम्यूनोलॉजिकल इंफर्टिलिटी
- प्रदूषण के कारण स्पर्म काउंट और एग पर असर पड़ना
- प्रीमैच्योर ओवेरियन एजिंग
- महिला और पुरूष में हर्मोनल डिसऑडर होना
- एंडोमेट्रिओसिस (treatment for endometriosis) के कारण
- ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण
- शुक्राणु से संबंधित कोई समस्या होना (DNA में गड़बड़ी होना)
- फैलोपियन ट्यूब (Fallopian tube blockage) की अस्तर में कुछ समस्याएं होना एचएसजी टेस्ट (HSG Test) के बाद भी पता नहीं लग पाना जिसके कारण अंडे, शुक्राणु या निषेचन प्रक्रिया में दिक्कत हो सकती है)
- ओवुलेशन की समस्या होना
- अंडे और शुक्राणु के सामान्य रूप से नहीं मिल पाते जिसके कारण निषेचन की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
- महिला के प्रजनन प्रणाली में कमी के कारण प्रत्यारोपण (Implantation) में विफलता हो सकती है।
- महिला के अंडे की गुणवत्ता के साथ कुछ समस्या हो सकती है।
आज के समय में टेस्टिंग के तरीके केवल प्रमुख Infertility Clinic Near Me की स्थिति को खोजने में सक्षम है। 50 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में प्रीमैच्योर ओवेरियन एजिंग के कारण महिलाओं के प्रजनन दर में कमी आती है। जब शरीर का इम्यून सिस्टम प्रजनन क्षेत्रों की कोशिकाओं पर हमला करती है, जो 20 प्रतिशत तक प्रभावित कर सकती है।
अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी या अस्पष्ट का इलाज- Unexplained Infertility Ka Ilaj
जब कोई अनएक्सप्लेनड इंफर्टिलिटी से गुजरता है, तो प्रेगनेंसी की संभावना बहुत कम होती है। लेकिन ऐसी स्थिति को अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर इस संबंध में इलाज नहीं किया जाए तो हर बीते सालों में प्रगनेंट होने की संभावना लगातार कम होती जाती है। आयुर्वेद उपचार में इन सभी मामलों को Best Infertility Doctor दवारा गंभीरता से किया जाता है। आयुर्वेद में पंचकर्म केंद्र का प्रबंधन शोधन और शमन चिकित्सा के साथ किया जाता है। शोधन चिकित्सा में पंचकर्म उपचार शामिल है जबकि शमन चिकित्सा में औषधीय व हर्बल दवाओं का उपयोग शामिल है।
(और पढ़े – पंचकर्मा के बारे में जाने)
इनफर्टिलिटी के लिए आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Infertility
में पंचकर्म पद्धति के पांच प्रकार में वमनकर्म, विरेचनकर्म , उत्तरबस्ती- हर्बल एनीमा थेरेपी, नास्यकर्म- नाक की थेरेपी, और रक्तमोक्षण कर्म चिकित्सा शामिल है। इस पद्धति में Infertility Treatment without surgery के मरीज (महिला या पुरूष) का उपचार उसके स्थिति के आधार पर करते है। पंचकर्म थेरेपी भी अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी को ठीक करने के लिए एक अच्छा विकल्प है।
पंचकर्म पद्धति में उत्तर बस्ती थेरेपी में औषधियां, हर्ब, काढ़ा और बहुत सारे रसायनों द्वारा मेटाबॉलिज्म में सुधार, सूजन को कम करने और वात-कफ दोष को संतुलित कर अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात दिलाता है। इस थेरपी को करने में मात्रा 15 से 20 मिनट तक का समय लगता है। यह थेरेपी लगातार तीन दिनों तक या रोगी के आवश्यकता के अनुसार किया जाता है।
साथ ही आयुर्वेद आहार-विहार पर सबसे ज्यादा जोर देते है क्योंकि अधिकतर बीमारियों की जड़ हमारा भोजन तथा जीवन शैली ही होती है। इसलिए Infertility Doctor अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी से पीड़ित महिलाओं को उनके खानपान पर बहुत ज्यादा ध्यान देने पर जोर डालती है। महिलाओं को अपने डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थो को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा हरी सब्जियाँ, पालक एवं एंटीऑक्सीडेंट भोज्य पदार्थो का सेवन जरुर करना चाहिए। खानपान के अलावा आयुर्वेद में कुछ हर्बल सप्लीमेंट तथा योग-प्राणायाम है जो आपको अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
इसके साथ अगर आप अपने अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी (Doctor for Infertility) को ठीक करना चाहते है तो आपको अपनी आदतों में सुधार लाना होगा। धूम्रपान में होने वाले तंबाकू के धुएं में आरओएस स्तर होता है। यह आरओएस स्तर शुक्राणु की प्रगति और कार्य को कम करके उसे नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही अधिक मात्रा में शराब का सेवन इनफर्टिलिटी का कारण बनता है। और महिला की प्रजनन की क्षमता को नष्ट करता है, इसलिए शराब के सेवन से दूर रहे।
इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। इस विषय से जुड़ी या अन्य Infertility Treatment, Pcos Treatment, Tubal Blockage Treatment, Hydrosalpinx Treatment Etc. पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे Dr. Chanchal Sharma की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।