Teratozoospermia – टेरैटोज़ोस्पर्मिया (विरूपशुक्राणुता) का घरेलू उपाय –
Teratozoospermia – आजकल, बांझपन केवल एक महिला का मुद्दा नहीं है, कुछ मामलों में, गर्भ धारण करने में समस्या आदमी की तरफ से भी आती है। पुरुष बांझपन, शुक्राणु गुणवत्ता, शुक्राणुओं की संख्या या शुक्राणु गतिशीलता इत्यादि की खराबी के कारण होता है।
टेराटोस्पर्मिया (Teratozoospermia) या टेराटोज़ोस्पर्मिया ये दोनो एक ही है, इस बीमारी के कारण पुरुष का शुक्राणु असामान्य आकृति (आकार) के रूप में प्रदर्शित होता है।
टेराटोस्पर्मिया के कारणों को स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं किया जा सकता है। पुरुष की आयु जैसे-जैसे बढ़ती है, उसके शरीर में अच्छी गुणवत्ता वाले शुक्राणु पैदा करने की क्षमता कम हो जाती है।
परंतु आजकल को कम उम्र के पुरुषों में भी टेरैटोज़ोस्पर्मिया (Teratozoospermia) की समस्या देखने को मिल रही है जिसका कारण दूषित भोजन तथा लाइफस्टाइल को माना जाता है।
Teratozoospermia – टेरैटोज़ोस्पर्मिया का घरेलू उपाय –
1. आयुर्वेदिक उपचार तथा घरेलू उपाय में यह सकारात्मक खबर यह है कि टेराटोस्पर्मिया की बीमारी इलाज योग्य है।
2. धूम्रपान और शराब छोड़कर भी आप स्वास्थ्य लाभ पा सकते है।
3. जीवन शैली – यदि आप अस्वास्थ्यकर जीवन शैली जी रहे है तो इसमें सुधार करके टेराटोस्पर्मिया (Teratozoospermia) को दूर किया जा सकता है।
4. व्यायाम – व्यायाम करना एक अच्छा विकल्प है और आप व्यायाम करके शुक्राणु की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते है।
5. डार्क चॉकलेट – वीर्य बढ़ाने का तथा वीर्य के आकार में सुधार करने का सबसे अच्छा उपाय डार्क चाकलेक का सेवन करना है। डार्क चॉकलेट में एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते है और साथ ही डार्क चॉकलेट में एल-आर्जिनिन एंजाइम के गुण भी पाये जाते है जोकि शुक्राणु उत्पादन में काफी मददगार सिद्ध होते है।
6. जिंक युक्त खाद्य पदार्थ – जिंक को शुक्राणु उत्पादन का सबसे अच्छा स्त्रोत माना गया है। यह शरीर में जिंक की कमी को पूरा करते है और स्पर्म काउंट में वृद्धि करते है।
7. चिया के बीज – बेहतर प्रजनन क्षमता के लिए चिया के बीज बहुत महत्वपूर्ण है।
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