Pregnancy के लिए कितना Sperm count होना चाहिए? – Dr Chanchal Sharma अक्सर ऐसे लोग जो शादी के कुछ महीने बाद या सालों बाद गर्भधारण नहीं कर पाते है। जिस तरह गर्भधारण करने के लिए जिस तरह से महिला के शरीर में हेल्डी एग (Healthy Egg) होना जरुरी है। उसी तरह अंडणु (Egg) को निषेचित करने के लिए पुरुष में भी वीर्य में स्पर्म काउंट (Sperm Count) की मात्रा जरुरी है। रिपोर्ट की माने तो एक पुरुष में 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलिलिटर तक वीर्य बनना चाहिए। अगर किसी भी पुरषों में स्पर्म काउंट में कमी होना यानी…
मेल इनफर्टिलिटी: कारण और समाधान – Male infertility in Hindi 12 महीने के नियमित, असुरक्षित संभोग के बाद गर्भधारण करने या गर्भधारण करने में असमर्थता को बांझपन के रूप में परिभाषित किया गया है। गर्भाधान में कठिनाइयाँ किसी भी साथी में प्रजनन समस्याओं के कारण या मेल इनफर्टिलिटी और महिला दोनों कारकों में बांझपन की उपस्थिति के कारण उत्पन्न हो सकती हैं। या फिर सीधे शब्दों में कहें तो जब कोई पुरुष किसी महिला को 6 महीने से अधिक समय तक प्रयास करने के बाद गर्भवती नही कर पाता है। तो ऐसी इनफर्टिलिटी को मेल इनफर्टिलिटी (Male Infertility) कहते हैं।…
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं – डॉ चंचल शर्मा | Pregnancy First Trimester Diet Chart in Hindi आज के इस विशेष अंक में गर्भवती महिलाओं के लिए लेख के माध्यम से प्रस्तुत है डॉ चंचल शर्मा की विशेष वार्ता। जिसमें उन्होंने बताया है। कि गर्भधारण करने के बाद महिलाओं के क्या खाना चाहिए (प्रेगनेंसी के लिए डाइट) और क्या नही खाना चाहिए । जिससे उनकी होने वाली संतान की सेहत बेहतर हो । आशा आयुर्वेदा में आने वाली अधिकांश महिलाओं के डॉ चंचल शर्मा से यही सवाल होते है। कि हमने गर्भधारण कर…
महिमा को ओवेरियन सिस्ट होने के बाद भी कैसे संभव हुई प्रेगनेंसी – Mahima’s Success Story महिमा नये जमाने की पढ़ी लिखी शादीशुदा working women है। इनकी शादी को 8 वर्ष बीत चुके थे। परंतु अभी तक महिमा मातृत्व सुख से कोसों दूर थी। क्योंकि शादी के बाद से ही महिमा और उनके पति दोनों बेबी प्लान करने की कोशिश कर रहे थे। परंतु वह उसमें असफल रहें और उन्होंने इसके लिए बहुत सारे डॉक्टर्स को दिखाया भी । जिसमें पता चला की महिमा को ओविरयन सिस्ट की समस्या है। जिससे चलते वह माँ बनने में असफल हो रही है। …
पति-पत्नी के झगड़े की वजह तो नही बसंत ऋतु परिवर्तन – डॉ चंचल शर्मा बसंत ऋतु को ऋतुओं ऋतुओ का राजा कहा जाता है। बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही वृक्षों में नये पत्ते व फूल लगने लगते है। जो धरती रुपी माँ में चार चांद लगा देते है। इन पुष्पों के पराग कण वातावरण में नमी (मादकता) पैदा कर देते है। यह ऋतु फाल्गुन और चैत्र मास में आती है। बसंतु ऋतु के साथ ही सूर्य की किरणें तेज होने लगती है। जो हमारे पेट की जठराग्नि प्रभावति कर देती हैं। जिससे महिलाओं का पाचन तंत्र खराब हो…
निःसंतानता भारत छोड़ो अभियान क्या है? निःसंतानता भारत छोड़ो अभियान की शुरुआत आशा आयुर्वेदा की स्थापान के साथ ही हुई थी, जो अब पूरी तरीके से फलीभूत हो रहा है। यह एक अभियान है जिसका लक्ष्य भारत से निःसंतानता को समाप्त करना है। निःसंतानता भारत छोड़ो अभियान सही मायने में भारत में बढ़ रही इनफर्टिलिटी दर को कम करना है। आज हर 10 में से एक महिला अर्थात 10 प्रतिशत महिलाएं बांझपन की बीमारी का शिकार हो रही है। यह दर दिनप्रति-दिन बढ़ती ही जा रही है। बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए यदि समय रहते हुए कड़े…