शतावरी के फायदे, उपयोग, नुकसान और भी बहुत कुछ- Shatavari ke Fayde in Hindi
आयुर्वेद में शतावरी (Asparagus) एक औषधी है जिससे कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। शतावरी का नाम बहुत ही कम लोगों ने ही सुना होगा। यह सब्जी के तौर पर भी जानी जाती है जो बेहद ही लो कैलोरी वाला आहार है। इसका इस्तेमाल सूप से लेकर दवाई की तरह किया जाता है।
कहा जाता है कि शतावरी सबसे पुरानी जड़ी-बूटियों में से एक है। इसके बारे में प्राचीन भारतीय औषधि ग्रंथों में भी बताया गया है। वेसै तो यह हर किसी के लिए लाभकारी है लेकिन महिलाओं के लिए, बीपी और डायबिटीज के मरीजों के लिए यह शानदार लाभ देती है। यह इतनी खास है कि आयुर्वेद में इसे जड़ी-बूटियों की रानी कहा गया है। आज हम इन्हीं गुणों का वर्णन करते हुए आपको शतावरी से होने वाले फायदों, उपयोग और नुकसान के बारे में बताते हैं।
शतावरी में मौजूद पोषक तत्व- Nutrients in Asparagus (Shatavari) in Hindi
शतावरी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी हर्ब है। इसमें भरपूर विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह कब्ज, डायबिटीज, अल्सर, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन जैसी समस्याओं के उपचार में मदद कर सकता है। चूंकि यह जीवन शक्ति बढ़ाने के लिए एक हेल्थ टॉनिक की तरह काम करता है।
शतावरी के फायदे और उपयोग- Benefits and Uses of Asparagus (Shatavari) in Hindi
इन निम्नलिखित में शतावरी के फायदे और उपयोग शामिल हैं-
- सर्दी-जुकाम से परेशान हैं तो आपको शतावरी का रस पीना चाहिए। पुरानी से पुरानी खांसी को भी ये आसानी से दूर कर देती है। खांसी होने पर शतावरी के रस में मिश्री मिलाकर चाटना चाहिए।
- कैंसर रोगियों को शतावरी का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। शतावरी में पाया जाने वाला सल्फोराफेन नामक तत्व कैंसररोधक होता है। इसलिए कैंसर से बचने के लिए इसका प्रयोग जरूर करें।
- शतावरी में मौजूद पोषक तत्व दिल की बीमारी में भी लाभदायक हैं। ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और रक्तचाप को नियंत्रित रखता है इससे दिल भी सुकुन से काम करता है।
- फाइबर से भरी शतावरी वेट लॉस करने में बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा इसमें कैलोरी भी बहुत कम होती है। इसे खाने के बाद देर तक पेट भरा रहता है इसलिए बार-बार भूख नहीं लगती और वेट आसानी से कम होने लगता है। इतना ही नहीं यदि शरीर में कही भी सूजन हो तो ये उसे भी कम करती है।
- शतावरी में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का भी गुण होता है। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसे खाने के बाद भूख भी नियंत्रित रहती है और ब्लड शुगर समान्य बना रहता है।
- शतावरी में विटामिन-ए होता है और ये शरीर को निरोग रखने के साथ इम्युनिटी को भी बढ़ाती है।
- इसमें कैल्शियम बहुत होता है और ये ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी का खतरा कम करती है।
- यह तनाव को कम करती है और पाचन तंत्र को मजबूत करती है।
- शतावरी से महिलाओं की मासिक धर्म से संबंधित बीमारियां जैसे ब्लीडिंग होना, बार-बार ब्लीडिंग होना, काफी दर्द होना, पीसीओडी व पीसीओएस आदि। नियमित रुप से इसका सेवन करने से आपको पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- बहुत सी महिलाएं गर्भधारण करने में असमर्थ होती है इसलिए उन महिलाओं को शतावरी के सेवन की सलाह दी जाती है। इससे उनके ऑव्यूलेशन फेज़ सही समय पर आते है और कंसीव कर पाती है।
- शतावरी मूत्र प्रवाह बढ़ाने का काम करती है. और इसी के चलते यह गुर्दे को साफ करने में भी किरदान निभा देती है।
आप इसका सेवन रात को सोने से डेढ़ घंटे पहले कर सकती हैं। शतावरी के चूर्ण को आप गर्म दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकती हैं। इसके अलावा आप दूध में पके घी को मिलाकर भी इसका सेवन कर सकती हैं।
शतावरी के नुकसान- Side Effects of Asparagus in Hindi
शतावरी के फायदे के साथ इसके कई नुकसान भी हो सकते है। इसके कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं-
- अगर शतावरी को त्वचा पर सीधे लगाया जाता है तो यह एलर्जी दे सकती है।
- इसके अधिक सेवन से युरिन में बदबू भी पैदा कर सकती है।
- अगर आपको प्याज, लहसुन से एलर्जी है तो शतावरी से बचें।
- एक सामान्य नुकसान के रूप में इसके ज्यादा सेवन से व्यक्ति को चक्कर भी आ सकते है।
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