एक फैलोपियन ट्यूब से कंसीव, एक फैलोपियन ट्यूब से गर्भावस्था मौका
आजकल की बदलती जीवनशैली के कारण महिला का गर्भधारण करना मुश्किल हो रहा है। मां बनना हर महिला का सपना होता है लेकिन कई बार कंसीव करने के बाद भी महिला मां बनने में असफल रहती है। हर 10 में से 4 महिलाएं किसी कारणवश इंफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रही हैं। कुछ महिलाओं में गर्भधारण न कर पाने का मु्ख्य कारण फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की एक फैलोपियन ट्यूब से कंसीव कैसे करें।
गर्भधारण न कर पाने की समस्या में एक महिला को पता चलता है कि fallopian tube ब्लॉक या इसमें कोई रुकावत हो सकती है। जिसकी वजह से उनको कंसीव करने में दिक्कत होती है। अगर दोनों में से एक भी फैलोपियन ट्यूब ठीक हो, तो घबराइए नहीं उस स्थिति में वह फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की मदद से मां बन सकती हैं।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज क्या है? – What is Tubal Blockage in Hindi
fallopia tube एक महिला reproductive ऑर्गन होता है जो दो ट्यूब विकसित अंडे को अंडाशय से यूटरस तक पहुंचाता है। हर महीने आने वाले मासिक धर्म से पहले ओवुलेशन होता है जो अंडाशय से अंडे को बहार निकाल ट्यूब से uterus तक ले जाती है।
लेकिन फैलोपियन tube के बंद होने के कारण अंडे यूटरस तक नहीं पहुंच पाते, जिससे निषेचन की प्रकिया पूरी नहीं हो पाती और female pregnancy नहीं हो पाती है। सरल भाषा में समझे तो एक अंडा वीर्य के दौरान निषेचन होता है जो ट्यूब के जरिये यूटरस या गर्भाशय में दाखिल होता है। अगर किसी बाधा के चलते महिला के अंडाशय से अंडे तक में वीर्य में प्रवेंश नहीं कर पाता है, जिसे आम भाषा में फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज कहा जाता है।
(ये भी पढिये : फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज की पूरी जानकारी)
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक के लक्षण- Symptoms of Tubal Blockage in Hindi
आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक के लक्षण निम्लिखित है –
- आमतौर पर Fallopian ट्यूब में रुकावात का पहला लक्षण गर्भधारण की समस्या है।
- कुछ मामलों में फैलोपियन ट्यूब में रुकावाट होने से पेल्विस एरिया (Pelvis Area) और पेट में दर्द होता है।
- अक्सर ट्यूब की रूकावट में कई और लक्षण भी देखे जाते हैं। जैसे की एंडोमेट्रियोसिस की समस्या जिसमे मासिक धर्म में अधिक दर्द होता और साथ ही रक्तस्त्राव भी ज्यादा आता है। जोकि फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने का जोखिम बन सकता है।
- आपको सेक्स करते समय दर्द और जलन महसूस होना।
- योनी से सफेद पानी की आना।
- पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होना।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के कारण- Causes of Fallopian Tube in Hindi
फैलोपियन ट्यूब Blockage का कारण पूरी तरह से सटीक और स्पष्ट रूप से तो नहीं बताया जा सकता। आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने के कई कारण होते है, जिनमे शामिल है:
- पेल्विक में सूजन की बीमारी (Pelvic inflammatory disease)
पेल्विक में सूजन का कारण इस स्थिति में होती है, जब आपको Hydrosalpinx या गहरी ;चोट या निशान लगे हो। यह एक यौन संचारित रोग है, जो Fallopian Tube में रुकावाट का काम करती है।
- यौन रूप से संक्रामित संक्रमण (Sexually Transmitted Infections)
ट्यूब मैं ब्लॉक का कारण क्लैमाइडिया और सूजाक (गोनोरीया) निशान पैदा कर सकते हैं और पेल्विक में सूजन की बीमारी को जन्म दे सकता हैं।
- फाइब्रॉएड (Fibroids)
फैलोपियन ट्यूब में फाइब्रॉएड का बढ़ना ब्लॉकेज का बड़ा कारण बन सकती है, खासकर जहां वे गर्भाशय से जुड़ी होती हैं। इसमें मासिक धर्म के दौरान पेट में अत्यधिक दर्द और रक्तस्त्राव भी सामान्य से ज्यादा आता हैं।
- पिछले पेट की सर्जरी (Past Abdominal Surgery)
इस स्थिति में पिछली सर्जरी में विशेष रूप से खुद फैलोपियन ट्यूब पर पेल्विक आसंजन (Pelvic Adhesions) पैदा कर सकती है जो ट्यूबों को ब्लॉक कर देती है।
- महिलाओं के गर्भाशय में टीबी (TB in Women’s Uterus)
महिलाओं में किसी भी तरह के टीबी होने के कारण यूटरस में भी टीबी होने की आशंका 30% बढ़ जाती है। 5-10 प्रतिशत महिलाओं में हाइड्रोसाल्पिंगिटिस की समस्या होती है, जो फैलोपियन ट्यूब में पानी भरने का कारण बनता है। आगे चलकर यह infertility की वजह बनता है। टीबी बैक्टीरिया पूर्ण तरीके से फैलोपियन ट्यूब को बंद कर देता है, जिससे Periods रेगुलर नहीं आते।
- बार-बार मिसकैरेज होना (Frequent Miscarriages)
बार-बार मिसकैरेज होने की कई वजह हो सकती है। एक या दोनों पार्टनर में किसी तरह की जेनिटिक दिक्कत भी हो सकती है और 2 से 4 प्रतिशत मामलों में ऐसा होता भी है। पेट में विकसित हो रहे भ्रूण (Embryo) में क्रोमोसोमल असामान्यता के कारण सबसे ज्यादा miscarriages होते हैं। अनियंत्रित डायबिटीज या गर्भाशय ग्रीवा या गर्भाशय में कोई दिक्कत होने पर भी मिसकैरेज हो सकता है। आमतौर पर एक बार गर्भपात होने के बाद महिलाएं आसानी से कंसीव कर लेती हैं।
ऐसी ही एक मामला पूनम का है जिसकी उम्र 29 साल है। शादी के दस साल बाद भी कंसीव करने में असमर्थ थी। निसंतान की समस्या से जूझ रही पूनम संतान की चाह में अस्पतालों के चक्कर काट चूंकी थी। परंतु इनकी समस्या का समाधान नहीं मिला। आईवीएफ से भी कोई सहारा नहीं मिल पाया। बाद में पता चलता है की एक फैलोपियन ट्यूब ही ब्लॉक है। संतान की चाहत में हर तरह के उपाय और तरीके आज़मा लेती हैं लेकिन इससे उन्हें कुछ फायदा नहीं होता।
निसंतानता से जूझ रही पूनम हर संभव इलाज करवाने के बाद उनके पास एक ही विकल्प नजर आया और वो था आयुर्वेद इलाज। आशा आयुर्वेदा के इलाज के साथ पूनम शादी के दस साल बाद कंसीव करने में सफल रही है। आयुर्वेद में कुछ ऐसे आसान तरीके सेे आयशा की फैलोपियन ट्यूब खुली और जिनसे निसंतान दंपत्तियों को संतान का सुख मिला। आशा आयुर्वेदा के जरिये निसंतान पूनम अपने जीवन में संतान सुख पा सकी हैं।
(Read More – Is it possible to get pregnant with blocked fallopian tubes?)
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने का आयुर्वेदिक इलाज- Ayurvedic Treatment of Tubal Blockage in Hindi
ब्लॉकेज ट्यूबल का इलाज आयुर्वेद में पुरी तरह संभव है। आयूर्वेद उपचार की बात करें तो इंफर्टिलिटी का निवारण हर्बल दवाई और Panchkarma se ilaj किया जाता है। इस थेरेपी के दौरान आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन कराया जाता है। इससे शरीर में विषैले पदार्थों को बहार निकालता है जिससे आपका शरीर और ज्यादा सक्रिया महसूस करता है। पंचकर्म का मतलब ही पांच क्रियाएं जो इस प्रकार से हैं-
- पंचकर्म के पहले चरण वमन में आपको उल्टी करवाकर मुंह से विषैले पदार्थों को बहार निकाला जाता है जिससे शरीर शुद्ध होता है।
- दूसरे चरण में विरेचन से शरीर का शुद्धिकरण किया जाता है। विरेचन की प्रक्रिया में जड़ी-बूटी खिलाई जाती है जो गुदा के रास्ते से आपके आंतों से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने का काम करती है।
- तिसरे चरण बस्ती में आपके योनीमार्ग से औषधि को शरीर में प्रवेश कराया जाता ताकि रोग का इलाज कर सकें। इसमें तरल पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि जड़ी-बूटी और घी को आपके गरभाशय से फैलोपियन ट्यूब तक पहुंचाया जाता है।
- चौथे चरण नस्य में आपके नाक के माध्यम से औषधि को शरीर में प्रवेश करवाया जाता है। जो आपके सिर के भाग से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है।
- आखिरी और पांचवे चरण रक्तमोक्षण में आपके शरीर के खराब खून को साफ किया जाता है। खून साफ ना होने की वजह से शरीर में होने वाली बीमारी से बचाने में रक्तमोक्षण प्रक्रिया बहुत कारागर साबित होता है।
आयुर्वेद में उत्तरबस्ती नामक उपचार पद्धति बेहद लाभकारी है। उत्तर बस्ती थेरेपी (Uttar Basti) पंचकर्म की बढ़िया चिकित्सा (ayurvedic doctor in delhi) विधि है। आयुर्वेद में बिना किसी चीर-फाड़ के इस विधि से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने पर ठीक किया जाता है। उत्तर बस्ती में अपके योनी में औषधीय तेल और हर्बल डाला जाता है। इस थेरेपी में कोई दर्द नहीं होता और नेचुरल तरीके से फैलोपियन ट्यूब को खोला जाता है। आईवीएफ (IVF) या लैप्रोस्कोपी के मुकाबले में उत्तर बस्ती में कम खर्च आता है और सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी सफलता दर भी आईवीएफ के मुकाबले ज्यादा है।
आखिर में आपको यही सलाह दी जाती है कि ऐसे भोजन का सेवन करें जो असानी से पच सकें। मैदा से बने खादुय पदार्थ का सेवन बिल्कुल न करें, साथ ही दही, केले, बेसन, चने की दाल और गरम मसाले के सेवन से बचें। खानपान के अलावा आप दिन में एक बार योगा जरुर करे जो फर्टिलिटी रेट को बूस्ट करने में मदद करता है। सुर्य नमस्कार, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम, तितली आसन, कपालभाती, नौकासन, भ्रमारी प्राणायाम और 30 मिनट तक पैदल चले।
इस लेख (एक फैलोपियन ट्यूब से कंसीव) की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।