नार्मल स्पर्म कितना होना चाहिए

स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए ?

आजकल बढ़ती हुयी बांझपन की समस्या को देखते हुए यह सवाल सभी कपल के मन में आता है कि एक स्वस्थ्य पुरुष का नॉर्मल स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए? एक महिला के गर्भधारण के लिए पुरुष और महिला दोनों का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है। नॉर्मल स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए इसे जानने के लिए आप इस ब्लॉग पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। यहाँ आपको ये सभी जानकारी मिल जाएगी कि स्पर्म मोटिलिटी कितना होना चाहिए? स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए, आदि। 

अक्सर लोगों के मन में यह धारणा होती है कि निःसंतानता की समस्या के लिए महिलाएं ही जिम्मेदार होती हैं लेकिन सच तो यह है कि एक स्वस्थ दिखने वाला पुरुष भी स्पर्म काउंट कम होने की वजह से निःसंतानता का शिकार हो सकता है। 

Ladka पैदा करने के लिए स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार एक स्वस्थ पुरुष का स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर होना चाहिए, तभी वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारण कर सकता है। अगर किसी पुरुष का नार्मल स्पर्म काउंट इससे कम होता है तो वह इनफर्टाइल कहलायेगा। जब किसी कपल में से महिला साथी की सभी रिपोर्ट्स नॉर्मल हो लेकिन फिर भी वह प्रेग्नेंट ना हो पा रही हो तो पुरुष साथी में कमी हो सकती है। ऐसी स्थिति में किसी निर्णय तक पहुंचने से पहले दोनों लोगों को आपस में बातचित करनी चाहिए फिर किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। ऐसे समय में उन्हें एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने की बजाए एक दूसरे की ढाल बननी चाहिए। 

गर्भधारण के लिए स्पर्म काउंट के साथ स्पर्म मोटिलिटी कितना होना चाहिए, इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए। एक महिला के गर्भधारण के लिए पुरुष साथी के स्पर्म का आकार, शुक्राणुओं की संख्या, स्पर्म मोटिलिटी, जीवित स्पर्म की संख्या आदि बहुत महत्वपूर्ण कारक हैं। इनमे किसी प्रकार की कमी होने पर फर्टिलाइज़ेशन मुश्किल होता है। 

स्पर्म मोटिलिटी कितनी होनी चाहिए? 

एक पुरुष की फर्टिलिटी में स्पर्म की गतिशीलता (sperm motility) की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सामान्यतः किसी पुरुष में अगर 40 प्रतिशत स्पर्म की गति सही हो तो उसे गर्भधारण के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन उसमे भी 32% स्पर्म की गतिशीलता सक्रीय होनी चाहिए तभी प्रेगनेंसी संभव है। स्पर्म मोटिलिटी कितनी होनी चाहिए इसके साथ यह भी जरुरी है कि स्पर्म की संरचना और आकार कैसा है? 

पुरुष निःसंतानता के कारण क्या होते हैं? 

किसी महिला में निःसंतानता के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं लेकिन पुरुषों में इनफर्टिलिटी के लिए मुख्यतः उनका स्पर्म काउंट कितना है, स्पर्म मोटिलिटी कितनी है, यही सारे कारक जिम्मेदार होते हैं। बढ़ता हुआ स्ट्रेस, बदलती जीवनशैली और खानपान में लापरवाही पिता बनने के आपके सपने को चकनाचूर कर सकती है। पिछले एक दशक में पुरुषों में निःसंतानता की समस्या बढ़ती जा रही है। 

पुरुषों में स्पर्म काउंट नार्मल से कम होने के क्या कारण होते हैं?

पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं, जिनके बारे में यहाँ बारी बारी से चर्चा करेंगे: 

  • शारीरिक कारण (physical reasons) : इसके अंतर्गत Testicles (वृषण) में किसी प्रकार की चोट या इंजरी या संक्रमण आती है। अगर किसी पुरुष के अंडकोष में समस्या है तो उसका स्पर्म काउंट कम हो सकता है। इसके अलावा उनके testicles में किसी प्रकार की ब्लॉकेज या नशों में सूजन स्पर्म काउंट को कम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। 
  • बायोलॉजिकल कारण (biological reasons): कई बार हॉर्मोनल असंतुलन के कारण भी पुरुषों की फर्टिलिटी प्रभावित होती है। कुछ जेनेटिक डिसऑर्डर भी पुरुषों का स्पर्म काउंट कम करने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
  • पर्यावरणीय कारण (environmental factors): पुरुषों के स्पर्म काउंट पर चेमिकल्स का भी असर देखा जा सकता है जैसे कि कीटनाशकों, भारी मेटल्स या अन्य हानिकारक रासायनिकों के संपर्क में आना। शरीर का तापमान या टेस्टिस का तापमान अगर सामान्य से अधिक हो तो वह भी स्पर्म काउंट को कम करता है। 
  • अन्य कारण (other reasons): जिन पुरुषों को बहुत ज्यादा शराब या सिगरेट पीने की लत होती है, उनका स्पर्म काउंट कम हो सकता है।  साथ ही तनाव भी पुरुषों का स्पर्म काउंट कम करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

पुरुष अपना स्पर्म काउंट कैसे बढ़ाएं? (How to increase sperm count in  Hindi) 

  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: पुरुष अपने आहार में सुधार लाकर स्पर्म काउंट बढ़ा सकते हैं। जिसके लिए आप विटामिन डी, जिंक, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी आदि से भरपूर आहार अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। ताजे फल, सब्जियां और अनाज भी बहुत लाभदायक हो सकता है। 
  • शराब सिगरेट या अन्य नशीली पदार्थों के प्रयोग से परहेज करें क्यूंकि इन सभी के प्रयोग से आपका स्पर्म काउंट कम हो सकता है। 
  • शारीरिक रूप से एक्टिव रहना बहुत जरुरी है। आप नियमित रूप से व्यायाम करके अपना स्वास्थ्य अच्छा बनाये रख सकते हैं और स्पर्म काउंट भी बढ़ेगा। 
  • आजकल स्ट्रेस भी स्पर्म काउंट कम होने का एक बड़ा कारण है जिसे आप योग, मैडिटेशन या अन्य कार्यों के द्वारा कम कर सकते हैं। 
  • मोटापा स्पर्म काउंट कम होने की एक वजह हो सकता है क्यूंकि यह आपके हॉर्मोन्स को असंतुलित कर सकता है इसलिए नियमित एक्सरसाइज करके अपने वजन को नियंत्रित रखें। 
  • भरपूर नींद लेने से भी आपका स्ट्रेस कम होता है और हार्मोनल संतुलन बना रहता है जिससे स्पर्म काउंट में भी सुधार होता है। 

कोई भी संक्रामक बीमारी या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज आपके स्पर्म काउंट पर नाकारात्मक असर डालता है इसलिए नियमित जांच करवाते रहे। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently asked questions) FAQs 
1. स्पर्म मोटिलिटी कितनी होनी चाहिए? 

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार एक पुरुष का एक रस्खलन में जितना स्पर्म निकलता है उसमे से अगर 40 प्रतिशत स्पर्म ठीक से गतिशील हैं तो उसे एक पुरुष के लिए अच्छा माना जाता है।  

2. एक दिन में कितना ml स्पर्म बनता है? 

एक पुरुष में स्पर्म काउंट कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि उनकी उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, हॉर्मोन्स का संतुलन, आदि। वैसे तो स्पर्म काउंट अलग अलग दिनों में भिन्न हो सकता है परन्तु सामान्यतः एक दिन में स्वस्थ पुरुष में 2 ml स्पर्म बनता है। 

3. शुक्राणु के कमी के लक्षण?  

शुक्राणु की कमी से एक पुरुष में सेक्स की इच्छा में कमी आ सकती है। इसके साथ ही उसे Erectile Dysfunction, अंडकोष में दर्द, गर्भधारण में परशानी आदि जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। 

 इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। इस विषय से जुड़ी या अन्य पुरुषों से सम्बंधित रोग, महिलाओं के पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की वेबसाइट www.drchanchalsharma.com पर जाए या हमसे +91 9811773770 पर संपर्क करें।

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पुरुष / महिला से सम्बंधित किसी भी समस्या के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा से मिले जो की आयुर्वेद की पंचकर्मा पद्धति से निःसंतान दंपतियों का इलाज करती है।

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