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अनियमित और दर्दनाक माहवारी से छुटकारा कैसे पाएं – Irregular Menstruation in hindi

अधिकांश महिलाओं के लिए मासिक धर्म जीवन का एक सामान्य और स्वस्थ हिस्सा है। लगभग आधी महिला आबादी – वैश्विक आबादी की लगभग 26 प्रतिशत प्रजनन आयु की है। ज्यादातर महिलाओं को हर महीने लगभग दो से सात दिनों तक मासिक धर्म आता है। फिर भी दुनिया भर में मासिक धर्म को बहुत ही पीड़ादायक और अनियमित (Irregular Menstruation) हो जा रहा है। 

आशा आयुर्वेदा में, हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां हर लड़की या महिला मासिक धर्म के दौरान तनाव, शर्म, या अनावश्यक बाधाओं का सामना किए बिना उपचार ले सकती है और अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकती है । चंचल शर्मा कहती है कि सभी महिलाओं एवं किशोरियों की स्वच्छता संबंधी जरूरतों को पूरा करना मानवाधिकार, गरिमा और सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक मूलभूत विषय है ।

नियमित मासिक धर्म इस बात का संकेत है कि आपका शरीर सामान्य रूप से काम कर रहा है। जब तक आप गर्भवती नहीं हैं, स्तनपान नहीं करा रही हैं, पोस्टमेनोपॉज़ल हैं, या ऐसी कोई चिकित्सीय स्थिति नहीं है जिसके कारण आपके पीरियड्स रुक जाते हैं, तब तक आपको नियमित रूप से पीरियड्स होने चाहिए। अनियमित, दर्दनाक, या भारी मासिक धर्म एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के संकेत हो सकते हैं। अनियमित पीरियड्स (Irregular Menstruation) भी प्रेग्नेंट होने में मुश्किल पैदा कर सकते हैं।

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मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को डिसमेनोरिया कहा जाता है। दर्द सबसे आम समस्या है जो महिलाओं को उनके पीरियड्स के साथ होती है। आधे से अधिक महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान दर्द होता है।  कुछ महिलाओं को पेट में भारीपन या श्रोणि क्षेत्र में खिंचाव का अहसास हो सकता है। अन्य महिलाओं को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) दर्द से अलग गंभीर ऐंठन का अनुभव होता है।

युवा लड़कियों की उम्र अक्सर 8 से 15 साल के बीच होती है जब उन्हें पहली माहवारी (First Menstruation) का अनुभव होता है। पहला चक्र काफी अनियमित हो सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में मासिक धर्म की शुरुआत की औसत आयु 12 वर्ष है।

ज्यादातर महिलाओं को हर 28 दिनों में माहवारी की पुनरावृत्ति दिखाई देगी। हालांकि, वयस्क महिलाओं में 21 से 35 दिनों का चक्र भी सामान्य होता है। 13 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों को अधिक अनियमित चक्रों का अनुभव हो सकता है जो 21 से 45 दिनों तक होते हैं। हार्मोन इन चक्रों को नियंत्रित करते हैं। जिन महिलाओं का  मासिक धर्म आमतौर पर 3 से 7 दिनों के बीच रहता है, उनमें  खून की कमी के कारण पीरियड कम, मध्यम और भारी  हो सकते हैं।

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अनियमित पीरियड्स से छुटकारा पाने का आयुर्वेदिक उपाय – Ayurvedic Treatment to get rid of Irregular Menstruation

आयुर्वेद हमेशा से ही महिलाओं के यौन एवं संपूर्ण स्वास्थ्य में अपनी भूमिका निभाता आ रहा है। आयुर्वेदिक औषधि एवं जड़ी बूटियां पीरियड के दर्द को कम करके उन्हें नियमित करने में मदद करती है। 

अजवाइन – अजवाइन रसोई के मसालों का एक अभिन्न अंग होने के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधि है जो पीरियड में होने वाली सूजन को कम करके दर्द से छुटकारा दिलाता है और पीरियड नियमित करने में सहयोग करता है।

तुलसी – तुलसी को प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक औषधि का दर्जा प्राप्त है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट अवयव के अतिरिक्त कैफीन के कुछ गुण भी पाये जाते है जो अनियमित माहवारी (Irregular Menstruation) में लाभकारी साबित होता है। 

दालचीनी – दालचीनी में हाइड्रोऑक्सिचलकोन पाया जाता है जो माहवारी की अनियमितता (Irregular Menstruation) को दूर कर दर्द में राहत दिलाता है। इसका उपयोग दूध या फिर गुनगुने पानी के साथ भी कर सकती है। 

यह सभी जानकारी आशा आयुर्वेदा की निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा से खास बातचीत के दौरान प्राप्त हुई है। अनियमित पीरियड (Irregular Menstruation) के उपचार के लिए आप आशा आयुर्वेदा में संपर्क करें। 

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