अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की थीम को डॉ चंचल शर्मा का समर्थन
आशा आयुर्वेदा की संचालक डॉ चंचल शर्मा के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को प्रमुखता से लेते हुए महिलाओं के स्वास्थ्य में मासिक धर्म स्वच्छता पर विशेष बल देते हुए कहा कि भारत की कुल महिला आबादी में से 63% महिलाएं मासिक धर्म के दौरान छुआछूत अंधविश्वास जागरूकता के अभाव में गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती हैं क्योंकि कुल महिला आबादी में से 49% महिलाएं ही पीरियड के दौरान सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं ।
भारतीय आंकड़ों के अनुसार 64% महिलाएं सेनेटरी पैड की जगह गंदे कपड़े का इस्तेमाल करती हैं जिससे उन्हें सरविक्स इन्फेक्शन, वेजाइनल इंफेक्शन, सर्वाइकल कैंसर, बांझपन जैसी कई तरह की बीमारियां हो जाती है और माहवारी के कारण युवतियाँ स्कूल जाने से वंचित रह जाती हैं।
इसके आगे डॉ चंचल शर्मा कहती है कि पुरुषों को भी अपने परिवार की सुरक्षा हेतु इन दिनों महिलाओं का पूरा सहयोग और उनके स्वास्थ्य क ध्यान रखने हेतु सार्थक कदम उठाना चाहिए । प्रत्येक महिला को गंदे कपड़ों की जगह सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम “Women in leadership: an equal future in a COVID-19 world” अर्थात “महिला नेतृत्व: COVID-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना” को सुचारू रूप से सफल बनाने हेतु आशा आयुर्वेदा पूर्ण रुप से संकल्पित है प्रत्येक महिला को जागरूकता प्रदान कर सेनेटरी पैड का इस्तेमाल एवं मासिक धर्म स्वच्छता इत्यादि विषयों पर जागरूकता प्रदान करता है ।
(और पढ़े – महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए योग एवं प्राणायाम || अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021)