मीनाक्षी की सक्सेस स्टोरी

4 साल तक मैं बेबस होकर समुद्र में डूबे जहाज़ के यात्री की तरह रह रही थी। मेरी Infertility Doctor का कहना था कि मेरी जीवनशैली गलत थी और बार बार वो यही दोहराती थी की ” मेरी बीमारी का कोई इलाज नहीं है। अपको जीवनभर दवाइयाँ लेनी पड़ेगी। मेरे जीवन में हर 30 दिनों की दर्दनाक मैराथन जारी रहती है जिसमें वजन बढ़ना, बालों के झड़ना और भावनात्मक संघर्ष का सिलसिला रहता है। 

नाम : मिनाक्षी

उम्र : 30 साल 

राज्य : गुजरात

बीमारी : PCOD

ठीक होने का समय :  3 months

Infertility Success Story : Meenakshi

मीनाक्षी नये जमाने की पढ़ी लिखी शादीशुदा working women है। मिनाक्षी गुजरात की रहने वाली है और इनकी शादी को 4 साल बीत चुके थे। परंतु अभी तक मिनाक्षी मातृत्व सुख से कोसों दूर थी। क्योंकि शादी के बाद से ही मिनाक्षी और उनके पति दोनों बेबी प्लान करने की कोशिश कर रहे थे। परंतु वह उसमें असफल रहें और उन्होंने इसके लिए बहुत सारे डॉक्टर्स को भी दिखाया। जब पता चला की मिनाक्षी को PCOD की समस्या है। जिसके चलते वह माँ बनने में असफल हो रही है। 

मैं 26 साल की थी जब मुझे पता चला कि मुझे PCOS/PCOD की समस्या है। मेरी शादी के कुछ महीने में कंसीव करने की लगातार कोशिश कर रहे थे, लेकिन एक बार भी कंसीव नहीं हुआ। जिसके चलते हर समय मैं तनाव में रहने लगी थी। न जाने कितने डॉक्टरों से कंस्लट किया इलाज भी करवाया लेकिन मुझे इस समस्या का कोई हल नहीं मिला। मैं इतने डॉक्टरों से मिल चुकी थी की मेरे पास अपनी दीवार पर पर्चे और टेस्ट रिपोर्ट चिपकाने के लिए जगह कम पड़ रही थी।

मुझे पीरियड्स के समय कभी हैवी ब्लीडिंग या तो कभी कम ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता था। और उस समय असहनीय दर्द होता था की मैं डेली रूटीन के काम तक नहीं कर पाती थी। कभी तो ऐसा होेने लगा था की मुझे पीरियड्स जल्दी आ जाते थे या फिर आते ही नहीं थे। जिसके वजह से मैं बहुत तंग आने लगी थी। जब मैं डॉक्टर से मिली तो सबसे पहले तो उन्होनें मेरी समस्या के बारे में विस्तार से पूछा। फिर पहले तो उन्होने मुझे कुछ महीनों के लिए मेडिसन देना शुरू किया। लेकिन जब मुझे मेडिसन से भी आराम नहीं मिला तो मेरे डॉक्टर ने कुछ टेस्ट के लिए बोला तब मुझे पता चला की मुझे पीसीओडी की समस्या है। मैं ये जानकार बहुत हैरान थी की कभी मुझे पता ही नहीं चला की अनियमित पीरियड्स PCOD बीमारी का संकेत था। 

“मेरी बीमारी का कोई इलाज नहीं”

मेरी फर्टिलिटी डॉक्टर का कहना था की मेरी जीवनशैली गलत थी और बार बार उनका एक ही कहना था कि “मेरी बीमारी का कोई इलाज नहीं है”। उसके बाद न जाने मैने कितने इनफर्टिलिटी डॉक्टर को दिखाया सभी का यही कहना था कि मेरी बीमारी का इलाज नहीं है, बच्चे के लिए आपको आईवीएफ की ही सलाह दी जाती है।  

मिनाक्षी का कहना था की “आईवीएफ मैं afford नहीं कर सकती थी और Laparoscopy में भी चांसेस काफी कम थे”। यह सर्जिकल प्रक्रिया के बारे में जानकर मैं बहुत दुखी और हताश हुई की मेरे मां के सपना पूरा नहीं हो सकता है। हमारे पति-पत्नी के रिश्ते में तनाव की स्थिति भी पैदा होने लग गई थी। 

एलोपैथी में नहीं था वो आयुर्वेद से हुआ संभव : Infertility Success Story

कुछ समय के बाद मैंने कई विकल्पों के बारे में ऑनलाइन सर्च किया। तब मुझे विश्वास नहीं हो रहा था की जिसका इलाज एलोपैथी में नहीं था वो आयुर्वेद कर सकती है। तुरंत मैंने आशा आयुर्वेदा से अपॉइंटमेंट लेकर डॉक्टर से मिली। 2021 में मैं जब आशा आयुर्वेदा आई तो Ayurvedic Doctor ने मेरी रिपोर्ट देख के मुझे मेरी कंडीशन और कंसीव करने चांसेस के बारे में भी बताया। 

मेरी फर्टिलिटी डॉक्टर ने मुझे आशवासन दिया की मुझे धैर्य से काम लेना चाहिए। उनका कहना था की PCOD Treatment का इलाज हो जाएगा। आपको हम पर विशवास रखें आपकी स्थिती गंभीर है लेकिन ऐसी भी नहीं है की इलाज ना हो सकें। थोड़ा समय लगेगा पर आपको रिजल्ट खुद ही दिखने लगेंगा। 

आयुर्वेद इलाज से कुछ महीनों में बनी मां

फर्टिलिटी डॉक्टर ने आयुर्वेद दवाइयों के साथ मेरे लिए डाइट चार्ट भी तैयार करके दिया साथ ही मुझे कुछ योगासन भी बताएं जिसे अपना के कुछ महीनों में ही मैंने नेचुरल तरीके से कंसीव कर लिया। मुझे शुरूवाती महीने में ही PCOD Treatment से अपने शरीर में होने वाले बदलाव महसूस होने लगे थे। 

आयुर्वेद डाइट से मेरे वजन में ही मुझे बदलाव देखने को मिला था। मेरे अनियमित पीरियड्स में ही बदलाव आने लगा था। दुसरे महीने में डॉक्टर ने मुझे उत्तर बस्ती करवाने के लिए कहा था। इस थेरेपी के बाद डॉक्टर ने मुझे तीसरे महीने में कंसीव करने की दवाइंया शुरू की और मात्रा तीन महीने बाद मैंने कंसीव कर लिया। 

मिनाक्षी और उनके पति के लिए खुशी का ठिकाना नहीं है जब उन्हे पता चला की आयुर्वेद से कुछ महिनों में कंसीव कर लिया और अब मां बनने का सुख मिला। ना जाने मिनाक्षी जैसी कितनी महिलाएं है जिन्होनें आयुर्वेद को चुना और अब मां बनने के सुख प्राप्त किया है। आयुर्वेद उन महिलाओं एक नई आशा की किरण हो जो इस सुख से वंच्छित है। आशा आयुर्वेदा के जरिए निसंतान मिनाक्षी ने अपने जीवन में संतान सुख पा सकी हैं। 

हम जल्द ही आगे की कहानी अपने नये ब्लॉग के माध्यम से शेयर करेंगे। अगर आप या फिर आपके घर परिवार में ऐसा कोई है जिसे अभी तक संतान सुख की प्राप्ति नही हुई है तो परेशानी की बात नही आप भी आशा आयुर्वेदा में संपर्क करके संतान सुख प्राप्त कर सकते है।

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