पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता कैसे बढ़ाये – How To Increase Sperm Count in Hindi
दुनियाभर के पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या काफी बढ़ती जा रही है। वीर्य (Sperm) और शुक्राणुओं की कमी से पुरुषों में नपुंसकता की पैदा हो सकती है। इसके परिणामस्वरुप पुरुष अपनी सेक्स लाइफ को सही तरीके से Enjoy नहीं कर पाते है। और शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट का सीधा संबंध प्रजनन क्षमता से है। WHO के अनुसार प्रति मिलीलीटर वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या 1.5 से 3.9 करोड़ हो तो उसे सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर इससे कम हो तो यह चिंता का विषय है। आज इन्हीं समस्या पर प्रकाश डालने के लिए हम पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता बढ़ाने के बारे में बता रहे हैं।
वीर्य क्या है और कैसे बनता है?
हमारे शरीर में हमेशा वीर्य यानी सीमन (Semen) बनता रहता है और यह हमारे शरीर से निकलना जरूरी होता है। वीर्य पुरुषों में उत्तेजना और स्खलन के दौरान मूत्रमार्ग से निकलने वाले तरल द्रव होता है। प्रोस्टेट ग्रंथि और अन्य पुरुष प्रजनन अंगों से शुक्राणु और तरल पदार्थ ग्रहण करके बनता है।
आमतौर पर यह वीर्य सफेद रंग और गाढ़ा होता है। हालांकि, कई मामलों में इसके रंग और क्वालिटि में भी फर्क देखा जाता है। पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी या पतला होने का मतलब है प्रजनन की क्षमता से प्रभावित है। अच्छी सेक्स लाइफ के लिए वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी जरुरी है।
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आयुर्वेदिक तरीके से पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता कैसे बढ़ाये –
अभयंगा उपचार: इस तरह के उपचार में तेल से पूरे मॉलिश किया जाता है। अभयंगा की वजह से शरीर में रक्त का परिसंचरण की क्रिया काफी ठीक रहती है। साथ ही शुक्राणुओं में भी काफी सुधार होता है।
स्नेहन उपचार: स्नेहन में उपचार की स्थिति के आधार पर पूरे शरीर पर औषधीय तेलों का प्रयोग शामिल है। स्नेहन विभिन्न ऊतकों (Tissue) से संचित विषाक्त पदार्थों को पाचन तंत्र में द्रवीभूत (liquefied) करने और जुटाने में मदद करता है जहां से उन्हें शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। आमतौर पर खराब वात के इलाज के लिए तिल का तेल इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही स्नेहन रोग के प्रबंधन में भी सहायक है, जिसमें शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
विरेचन उपचार: इस प्रक्रिया में आंतों को खाली करने के लिए रेचक जड़ी बूटियों का उपयोग करके शुद्धिकरण किया जाता है। आंतों की निकासी शरीर से बढ़े हुए दोषों और विषाक्त पदार्थों को भी साफ करती है जो कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं। यह हर्बल और औषधीय उपचारों की जैव उपलब्धता (bioavailability) को बढ़ाता है और इस प्रकार, ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (luteinizing hormone) को उत्तेजित करता है। यह एक प्रजनन हार्मोन है, जो वीर्य की गुणवत्ता को बढ़ाता है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है, और यौन विकारों के उपचार में एक प्रभावी चिकित्सा माना जाता है।
बस्ती उपचार: यह एक आयुर्वेदिक एनीमा थेरेपी (Enema therapy)है जो बृहदान्त्र (colon) और मलाशय (rectum) की पूरी लंबाई को साफ करने के लिए जड़ी-बूटियों का उपयोग करती है। बस्ती का उपयोग मुख्य रूप से केवल वात दोष के बढ़ने के कारण या रोग पैदा करने वाले प्रमुख दोष के रूप में रोगों के लिए किया जाता है। यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने और पुरुष बांझपन के इलाज के लिए एक प्रभावी उपचार है।
आयुर्वेद औषधी: स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए अश्वगंधा, शतावरी, कौंच के बीज इस्तेमाल किए जा सकते हैं। शीलाजीत औषधी में काफी मात्रा में एंटी एजिंग गुण शामिल है। इसके सेवन से शुक्राणुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखी जाती है।
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शुक्राणु बढ़ाने का घरेलु नुस्खा – Home Remedy to Increase Sperm Count
जिंक स्रोत ले: इस समस्या के लिए जितना हो सकें उतना जिंक के स्रोत का सेवन करें। क्योंकि जिंक के सेवन करने से शुक्राणु की संख्या बढ़ती है। आप इन खाद्य पदार्थों में बीन्स, ओट्स, तिल, मूंगफली लहसुन जैसे स्रोत शामिल हैं।
बादाम दूध पीए: इसमें अच्छी मात्रा में ओमेगा 3 एसिड मिलता है जो अच्छी सेक्स लाइफ के लिए जरूरी है। 10-15 पिसे हुए बादाम रातभर के लिए गर्म दूध में डाल दें। इसमें एक चुटकी अदरक पाउडर और इलायची मिलाकर रोज सुबह इसका सेवन करें। इसके सेवन से वीर्य के निर्माण में बढ़ोतरी होती है।
ढीले अंडरगारमेंट्स पहनें: टाइट अंडरगारमेंट्स पहननें से आपके टेस्टिकल्स पर प्रेशर पड़ता है। गर्मी अंडकोश के लिए हानिकारक होती है, इसलिए ढीले कपड़े पहनें। जिससे अंडकोश में ठंडक बनी रहे।
केला है फायदेमंद: केला एक ऐसा पदर्थ है जो लगभग असानी से उपल्बध हो जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए असरदायक होता है। दिनभर उर्जा से भरने के लिए केले का सेवन जरुर करें।
दाल का पानी पीए: दाल प्रोटिन का स्रोत होता है। अगर आप मसूर की दाल का पानी पीएं तो यह सकारात्मक परिणाम दिखा सकता है।
बेरिज खाए: बाजार में कई प्रकार के बेरिज मिलते है, जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रेनबेरी और ब्लैकबेरी आदि। इसके सेवन से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है।
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