Tubal Blockage Treatment in Hindi – फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का इलाज
फैलोपियन ट्यूब क्या है? पूरी जानकारी – What is Tubal Blockage in Hindi
निःसंतानता की समस्या वैश्विक स्तर पर एक चिंता का विषय बन गया है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार प्रत्येक 6 में से 1 कपल निःसंतानता से परेशान है। आजकल ज्यादातर महिलाओं में निःसंतानता का मुख्य कारण ट्यूबल ब्लॉकेज (tubal blockage in Hindi) ही है। जिसकी वजह से महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है और निःसंतानता की चपेट में आ जाती है। फैलोपियन ट्यूब में रूकावट होने पर ज्यादातर महिलाओं को कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है इसलिए उन्हें पता भी नहीं होता है कि उनकी ट्यूब्स ब्लॉक है। इस बात का अंदाजा उन्हें तभी लगता है जब वह माँ बनने के प्रयास में असफल होती हैं। इनफर्टिलिटी के सभी मामलों में लगभग 25-30 प्रतिशत हिस्सा ट्यूबल फैक्टर का होता है। हर 4 में से 1 महिला को ट्यूबल ब्लॉकेज की दिक्कत होती हैं। इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे फैलोपियन ट्यूब क्या है? Fallopian tube blockage treatment in hindi क्या है? Tube blockage symptoms in hindi क्या है? फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के कारण क्या हैं?
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज क्या है? (Tubal blockage kya hai)
आधुनिक समय में महिला निःसंतानता का सबसे बड़ा कारण फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज है। फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के कारण कई बार महिलाएं माँ नहीं बन पाती हैं और जीवन भर के अवसाद को गले लगा लेती हैं। लेकिन फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का कोई लक्षण (tube blockage symptoms in hindi) दिखाई ना देने के कारण महिलाएं यह नहीं जान पाती हैं कि उन्हें ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या है।फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज (Tubal Blockage in Hindi) प्रजनन क्षमता पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। रुकावट दोनों ट्यूबों में हो सकती है। फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय को अंडाशय से जोड़ती है। जो महिलाएं माँ बनने का प्रयास कर रही हैं उनके लिए यह बहुत ही गंभीर चिंता का विषय हो सकता है।
फैलोपियन ट्यूब कैसे काम करती है – How Does the Fallopian Tube Work
एलोपेथी के अलावा फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का उपचार (fallopian tube blockage treatment in hindi) प्राचीन चिकित्सा प्रणाली यानी आयुर्वेदिक उपचार से भी किया जाता है। यह महिला प्रजनन अंग का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका कार्य दोनों अंडाशय से विकसित हुए अंडे को गर्भाशय तक लेकर जाना होता है। हर महीने आने वाले मासिक धर्म से पहले ओवुलेशन होता है जो अंडाशय से अंडे को बाहर निकालता है। फैलोपियन ट्यूब का कार्य है अंडाशय से एक अंडे को यूटरस तक ले जाना।
लेकिन फैलोपियन ट्यूब के बंद होने के कारण अंडे यूटरस तक नहीं पहुंच पाते, जिससे निषेचन की प्रकिया पूरी नहीं हो पाती और महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है।सरल शब्दों में बात करें तो एक अंडा वीर्य के दौरान निषेचन होता है जो ट्यूब के जरिये यूटरस या गर्भाशय में दाखिल होता है। अगर किसी बाधा के चलते महिला के अंडाशय से अंडे तक में वीर्य में प्रवेंश नहीं कर पाता है, जिसे आम भाषा में Fallopian Tube Blockage कहा जाता है।
अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब के लक्षण – Tube Blockage Symptoms in Hindi
फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखते है। कुछ महिलाओं को तो तब तक पता नहीं चलता जब तक उनको गर्भधारण करने में समस्या दिखाई नहीं देती है। फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के लक्षण (Tube Blockage Symptoms in Hindi) इस प्रकार है-
☞ आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का पहला लक्षण गर्भधारण की समस्या है।
☞ कुछ मामलों में फैलोपियन ट्यूब में रुकावट होने से पेल्विस एरिया (Pelvis Area) और पेट में दर्द होता है।
☞ अक्सर ट्यूबल ब्लॉकेज के लक्षण (Tube Blockage Symptoms in Hindi) में कई और संकेत भी देखे जाते हैं। जैसे की एंडोमेट्रियोसिस की समस्या जिसमे मासिक धर्म में अधिक दर्द होता और साथ ही रक्तस्त्राव भी ज्यादा आता है। जोकि फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने का जोखिम बन सकता है।
☞ कुछ ममालों में ऐसा भी होता है, की जैसे फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के कारण रोज पेट में हल्का दर्द हो सकता है। इस तरह की रुकावट को हाइड्रोसालपिनक्स कहा जाता है, जो बांझपन का मुख्य कारण होता है। जिसमें फैलोययन ट्यूब का अंतिम भाग द्रव से भरकर सूज जाता है, जिससे निःसंतानता हो सकता है।
☞ कभी- कभी निषेचन के दौरान ट्यूब में अंडे के अटक जाने से रुकावट की समस्या पैदा हो सकती है। जिसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहा जाता है।
फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के कारण- Fallopian Tube Blockage Causes in Hindi
आमतौर पर Fallopian Tube Blockage होने के कई कारण होते है, जिनमे शामिल है:
पेल्विक सूजन
पेल्विक में सूजन होना फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का एक कारण हो सकता है, यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब आपको हाइड्रोसालपिनक्स या गहरी चोट या निशान लगे हो। यह एक यौन संचारित रोग है, जो फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का काम करती है।
यौन रूप से संक्रामक बीमारी
ट्यूब मैं ब्लॉक का कारण क्लैमाइडिया और सूजाक (गोनोरीया) निशान पैदा कर सकते हैं और पेल्विक में सूजन की बीमारी को जन्म दे सकते हैं।
फाइब्रॉएड
फैलोपियन ट्यूब (गर्भाशय की नलिका) जहाँ गर्भाशय से जुड़ती है वहां फाइब्रॉइड का बढ़ना ट्यूबल ब्लॉकेज (fallopian tube blockage) का कारण बन सकता है। ऐसी स्थिति में पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा दर्द और हैवी ब्लीडिंग होती है।
पेट की पुरानी सर्जरी
इस स्थिति में पिछली सर्जरी में विशेष रूप से खुद फैलोपियन ट्यूब पर पेल्विक आसंजन (Pelvic Adhesions) पैदा कर सकती है जो ट्यूबों को ब्लॉक कर देती है।
गर्भाशय में टीबी की समस्या
महिलाओं में किसी भी तरह के टीबी होने के कारण यूटरस में भी टीबी होने की आशंका 30% बढ़ जाती है। 5-10 प्रतिशत महिलाओं में हाइड्रोसैलपिंक्स की समस्या होती है, जो फैलोपियन ट्यूब में पानी भरने का कारण बनता है। आगे चलकर यह निःसंतानता की वजह बनता है। टीबी बैक्टीरिया पूर्ण तरीके से फैलोपियन ट्यूब को बंद कर देता है, जिससे पीरियड्स रेगुलर नहीं आते।
बार-बार मिसकैरेज होना
बार-बार मिसकैरेज होने की कई वजह हो सकती है। एक या दोनों पार्टनर में किसी तरह की जेनिटिक दिक्कत भी हो सकती है और 2 से 4 प्रतिशत मामलों में ऐसा होता भी है। पेट में विकसित हो रहे भ्रूण (Embryo) में क्रोमोसोमल असामान्यता के कारण सबसे ज्यादा मिसकैरेज होते हैं। अगर किसी महिला को डायबिटीज या गर्भाशय में कोई समस्या है तो भी मिसकैरेज हो सकता है। आमतौर पर एक बार गर्भपात (मिसकैरेज) होने के बावजूद महिलाएं दूसरी बार आसानी से कंसीव करने में सफल हो जाती हैं।
फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का निदान- Diagnosis of Blockage in Fallopian Tubes in Hindi
अब अगर फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के निदान की बात करें, तो निदान करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि फैलोपियन ट्यूब खुलती या बंद होती रहती है, जिससे यह पता लगाना बेहद मुश्किल है कि ट्यूब बंद हैं।
ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब के निदान के लिए तीन प्रमुख परीक्षण हैं:
- हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी एक्स-रे
यह एक एक्स-रे प्रक्रिया है जो हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी एक्स-रे या एचएसजी के नाम से जाना जाता है। आपका डॉक्टर गर्भ में एक हानिरहित डाई इंजेक्ट करता है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि फैलोपियन ट्यूब में कहीं कोई रुकावट तो नहीं है। अगर द्रव फैलोपियन ट्यूब में बहाव नहीं होता है, तो उनमें रुकावट हो सकती है।
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
यह ट्रांस वैजाइनल अल्ट्रासाउंड द्वारा ट्यूबल ब्लॉकेज की समस्या का पता लगाने की एक विधि है।
- लेप्रोस्कोपी (Laparoscopy)
यह एक कीहोल सर्जरी के नाम से जानी जाती है, जिसमे डॉक्टर आपके शरीर में छोटा सा चीरा लगाते है। और उसमे कैमरा डालकर फैलोपियन ट्यूब की तस्वीरें ली जाती हैं। इस तरीके के निदान में डॉक्टर आंतरिक हिस्सों को सही तरीके से देख पाते हैं।
बंद ट्यूब खोलने के घरेलू उपाय – Fallopian Tube Blockage Treatment in Hindi
ट्यूबल ब्लॉकेज का इलाज (fallopian tube blockage treatment in hindi) आयुर्वेद में पुरी तरह संभव है। आयुर्वेदिक उपचार की बात करें तो निःसंतानता के इलाज के लिए पंचकर्मा थेरेपी और हर्बल दवाई का प्रयोग किया जाता है। यह थेरेपी इंफर्टिलिटी और शारीरिक कारकों तथा असंतुलित हर्मोन को ठीक करने में मदद करता है। इसकी मदद से शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकाला जाता है जिससे आप शारीरिक रूप से और ज्यादा सक्रिय महसूस करते हैं। पंचकर्म का तात्पर्य पांच क्रियाओं से है जो इस प्रकार से हैं :
1. पंचकर्मा के पहले चरण वमन में आपको उल्टी करवाकर मुंह से दोष को बहार निकाला जाता है जिससे शरीर शुद्ध होता है।
2. इसके दूसरे चरण में विरेचन की क्रिया शामिल होती है जिसमे रोगी को ऑयलेशन और फॉमेंटेशन से गुजरना पड़ता है। विरेचन की प्रक्रिया के दौरान मरीज को जड़ी-बूटी खिलाई जाती है, जिससे आंतों से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
3. इसके तीसरे चरण, बस्ती में आपके गुदामार्ग या मूत्रमार्ग से शरीर के अंदर औषधि को डाला जाता है। इस प्रक्रिया में मरीज का इलाज करने के लिए आवश्यकता अनुसार अलग अलग तरल पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि तेल, दुध और घी को आपके मलाशय तक पहुंचाया जाता है।
4. इसका चौथा चरण नस्य होता है इस प्रक्रिया के दौरान मरीज के नाक द्वारा औषधि को शरीर के अंदर डाला जाता है। इस प्रक्रिया की मदद से सिर के ऊपरी हिस्से से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाला जाता है।
5. इसका आखिरी और पांचवे चरण रक्तमोक्षण है, जिसमे आपके शरीर से खराब खून को साफ किया जाता है। खून साफ ना होने की वजह से शरीर में होने वाली बीमारी से बचाने में रक्तमोक्षण प्रक्रिया बहुत कारगर साबित होती है।
पंचकर्म की उत्तर बस्ती थेरेपी सबसे कारगर चिकित्सा विधि है। ट्यूबल ब्लॉकेज के उपचार (fallopian tube blockage treatment in hindi) के लिए उत्तर बस्ती थेरेपी का प्रयोग किया जाता है जिसकी मदद से बंद फैलोपियन ट्यूब खुल जाती है। उत्तर बस्ती प्रक्रिया के अंतर्गत अपके योनी में औषधीय तेल और हर्बल डाला जाता है। यह प्रक्रिया पूर्णतः प्राकृतिक से फैलोपियन ट्यूब को खोलने (fallopian tube blockage treatment in hindi) में कारगर है, जिसमे कोई दर्द भी नहीं होता है। इस आयुर्वेदिक उपचार में आई.वी.एफ (IVF) या लैप्रोस्कोपी के मुकाबले खर्च भी कम होता है जो किसी भी मरीज के लिए अफोर्डेबल होता है और इसकी सफलता दर भी अन्य चिकित्सा पद्धति के मुकाबले ज्यादा है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) ❓
▶️ अगर फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाये तो क्या हमें पीरियड्स आ सकते हैं?
फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने से आपके पीरियड्स पर कोई असर नहीं पड़ता है लेकिन अगर आपको अनियमित पीरियड्स होते हैं तो एक बार डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
▶️ क्या बिना सर्जरी के फैलोपियन ट्यूब को अनब्लॉक किया जा सकता है?
बंद फैलोपियन ट्यूब को बिना किसी सर्जरी के आयुर्वेदिक दवाओं और थेरेपी द्वारा अनब्लॉक किया जा सकता है, जिसमे एब्डोमिनल मसाज भी शामिल है।
▶️ अगर फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाये तो क्या ओवुलेशन हो सकता है?
एक्टोपिक गर्भावस्था प्रेगनेंसी की वह अवस्था होती है जब निषेचित अंडा गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाता है। किंतु अगर आपका एक फैलोपियन ट्यूब ठीक है और दूसरे में रुकावट है तो भी गर्भावस्था हो सकती है।
(और पढ़े:- महिला निःसंतानता का आयुर्वेदिक उपचार || प्रेगनेंसी में कितने महीने तक संबंध बनाना चाहिए)
इस लेख Fallopian Tube Blockage Treatment in Hindi की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।