फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज और प्रेगनेंसी – Fallopian Tube Blockage and Pregnancy in Hindi
अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं जहां महिला में हर महीने अंडे बनने की प्रक्रिया तो हो रही है फिर भी मां नहीं बन पाती है। कई टेस्ट करवाने के बाद पता चलता है कि इसका कारण फैलोपियन ट्यूब का न होना या इसमें खराबी होना हो सकता है। इंफर्टिलिटी से जुझ रही 20 महिलाओं में से 10 महिलाएं ट्यूब ब्लॉकेज (tubal blockage in hindi) की समस्या से ग्रस्त होती है।
कई मामलों में तो महिलाओं को तबतक पता ही नहीं चलता की ट्यूब बंद है जबतक कंसीव करने की कोशिश नहीं करती है। ब्लॉकेज की समस्या एक या दोनों ट्यूबों में हो सकती है, जो महिला के बांझपन का कारण बन सकता है।
चिकित्सा जगत में इलाज के कई तरीके ऐसे मौजूद हैं जिनसे इस अवस्था के बावजूद महिला मां बन सकती है। आज इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेगे फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज और प्रेगनेंसी।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज और प्रेगनेंसी- Fallopian Tube Blockage or Pregnancy
फैलोपियन ट्यूब एक महिला का प्रजनन अंग है जो दो पतली ट्यूब गर्भाशय के प्रत्येक तरफ से जुड़ी होती हैं। इनकी मदद से अंडे ओवरी से गर्भाशय तक पहुंचते हैं। आपको बता दें कि ओवरी से अंडा फैलोपियन ट्यूब के बाद गर्भाशय में जाता है और यहीं स्पर्म व अंडे का फर्टिलाइजेशन होता है। ट्यूब से गर्भाशय में पहुंचकर एक भूण का विकास शुरू होता है।
ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब प्रजनन क्षमता पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। ज्यादातर मामलों में एक फैलोपियन ट्यूब बंद होने के बाद भी महिला कंसीव कर सकती है क्योंकि दूसरे ट्यूब से अंडा निकल सकता है और Sperm से मिलकर निषेचन की प्रक्रिया पूरी हो सकती है।
लेकिन दोनों ही ट्यूब बंद होने के बाद गर्भधारण करना असंभव होता है। क्योंकि अंडा गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाता और शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुंच सकता है। यह भी संभव है कि ट्यूब पूरी तरह से ब्लॉक न हो। यह स्थिति ट्यूबल प्रेगनेंसी के जोखिम को बढ़ा सकता है। और Natural Pregnancy के लिए ट्यूब का खुला होना बहुत जरूरी है।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के लक्षण- Fallopian Tube Blockage ke Lakshan
ट्यूब ब्लॉकेज या नलियों के ब्लॉक होने पर एक महिला के सामने सामन्य लक्षण सामने आ सकते है। जिसके काऱण समझ नहीं पाती है। जैसे-
- इस दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
- पीरियड्स के दौरान पेट में दर्द रहना
- सेक्स के समय दर्द या जलन रहना
- वजाइना से डिस्चार्ज निकलना
- कई महिलाओं को उलटी और उनका जी मचलाता है
- रोज पेट में हलका दर्द हो सकता है
- गर्भवती होने में असमर्थता
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के कारण- Fallopian Tube Blockage ke Karan
- एक इन्फ्लैमेटरी श्रोणि रोग जो टिशू यानि ऊतकों में निशान (Scar Tissues) और संक्रमणों को जन्म दे सकता है और जो ट्यूब में अवरुद्ध करने वाले हाइड्रोसल्पिनक्स (Hydrosalpinx) का कारण बन सकता है।
- यौन संक्रमित बीमारियां क्लैमिडिया (Chlamydia), गोनोरिया (Gonorrhoea) ट्यूबों को ब्लॉक कर सकती है।
- टी.बी (Tuberculosis) फैलोपियन ट्यूबों और गर्भाशय में गर्भधारण की संभावनाओं को प्रभावित करता है।
- अगर फैलोपियन ट्यूबों में पहले कभी सर्जरी हुई हो, तो यह ब्लॉकेज का कारण हो सकता है।
- अस्थानिक गर्भावस्था (Ectopic Pregnancy) के लिए किया गया पूर्व ऑपरेशन भी फैलोपियन ट्यूब रुकावट के कारणों में से एक है।
- गर्भाशय के निकट जुड़े फाइब्रॉएड का बढ़ना फैलोपियन ट्यूबों में ब्लॉकेज का कारण बन सकती है।
- एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) की समस्या में एंडोमेट्रियल टिशू (Endometrial tissue) फैलोपियन ट्यबों में जमा हो सकते है और एक अवरोध पैदा कर सकता है। अन्य अंगों के बाहरी हिस्सों पर एंडोमेट्रियल ऊतकों विकास के कारण आसंजन (Adhesions) भी एक ट्यूबल अवरोध पैदा कर सकते हैं।
कई बार फैलोपियन ट्यूबों में रुकावट का एक दुर्लभ कारण जन्मजात से ट्यूब में ब्लॉकेज हो सकता है।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार- Fallopian Tube Blockage ka Ayurvedic Upchar
बंद फैलोपियन ट्यूब का इलाज आयुर्वेद पद्धति में पुरी तरह से संभव है और प्रभावी भी है। आयुर्वेद के अनुसार, ट्यूबल ब्लॉकेज मुख्य रूप से वात और कफ दोष के कारण होता है। ट्यूबल ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार समसया को दूर कर सकता हैं साथ ही फैलोपियन ट्यूब और गर्भाशय के कार्य को भी सामान्य कर सकता हैं। आयुर्वेद में प्रचीन पंचकर्म पद्धती fallopian tube ko kholne ka tarika है।
आयुर्वेद में फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज उपचार का एक प्रमुख कारक उत्तर बस्ती है। उत्तरबस्ती उपचार पद्धति फैलोपियन ट्यूब खोलने के उपाय में सबसे बेहतरीन है। उत्तर बस्ती एक ऐसी तकनीक है जिसमें मासिक चक्र के 6, 7, 8वें दिन गर्भाशय में औषधीय तेल डाला जाता है और 3 दिन के अंतराल के बाद 3 और दिनों तक दोहराया जाता है।
यह तकनीक फैलोपियन ट्यूब में आसंजन (Adhesions), सूजन आदि को कम करने में मदद करती है और इस प्रकार ट्यूब को खोलती है। नलियों के खुलने की लगभग 90% संभावना है। इसके अलावा, बंद फैलोपियन ट्यूब के उपचार में आयुर्वेदिक दवाओं के साथ रोगी की आवश्यकता के अनुसार वामन, विरेचन जैसे पंचकर्म उपचार भी शामिल हैं। यह प्राकृतिक गर्भाधारण की संभावना को बढ़ाता है।
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज और प्रेगनेंसी –
यह पद्धति बिना चीर-फाड़ के फैलोपियन ट्यूब को नेचुरल तरीके से ठीक करती है। इलाज के दौरान आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन कराया जाता है।
साथ ही बंद ट्यूब खोलने के घरेलू उपाय में कपालभाति आसन और प्राणायाम करना जरुरी है, जिससे शरीर के सभी हिस्सों मेे ऑक्सिजन की भरपूर मात्रा रहती है। फैलोपियन ट्यूबल ब्लॉकेज के साथ-साथ ओवेरियन सिस्ट की समस्या, गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या जैसी कई समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है।
तितली आसन और शशांक आसन महिलाओं के लिए काफी लाभदायक होता है। यह आसन प्रजनन अंगो के साथ-साथ पैरों और जंघों को मजबूत करता है। और पेल्विक की मसल्स को भी मजबूत करता है। प्रजनन अंगों में होने वाली गड़बड़ी जैसे हर्मोनल असंतुलन को संतुलित रखना।
और आखिर में आपको यही सलाह दी जाती है कि अगर आप ऐसी समस्या से जुझ रहे है तो कृपया उसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें, क्योंकि ऐसा करना आपके जीवन के लिए खतरनाक होता है। ये तरीका आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। इससे आपके शरीर और दिमाग पर तनाव के नकारात्मक प्रभावों को कम करती है।
इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे Dr. chanchal sharma की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।