फैलोपियन ट्यूब के लक्षण और उपचार – Tubal blockage symptoms & Treatment in Hindi
शादी के बाद अधिकांश जोड़े माता-पिता बनने के प्रयास में लग जाते है। ऐसे में कुछ इस प्रयास में सफल हो जाते है और कुछ का असफतता हात लगती है। आज के समय में माँ न बनने का सबसे बड़ा कारण ट्यूब ब्लॉकेज है। फैलोपियन ट्यूब की समस्या होने पर महिलाओं की गर्भाशय नली बंद हो जाती है। जिससे महिलाओं के एग और पुरुष का स्पर्म आपस में नही मिल पाते है। और ऐसे में गर्भधारण की संभावना न के बराबर हो जाती है।
महिलाओं में ट्यूबल ब्लॉकेज के प्रकार – Types of tubal blockage in women
ज्यादातर महिलाओं को इस बात की जानकारी तक भी नही होती है। कि आपकी फैलोपियन ट्यूब बंद या खुली है। परंतु जब जब महिलाएं रेगुलर एक वर्ष तक ट्राई करती है और फिर वह कंसीव नही कर पाती है। तो ऐसे में कपल इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट के पास जाते हैं और तब जाकर fallopian tube की स्थिति के बारे में पता चलता है।
मुख्य रुप से फैलोपियन ट्यूब में दो प्रकार से ब्लॉकेज होता है।
- आंशिक रुप (Partial Blockage – One Side) से एक फैलोपियन ट्यूब बंद होना।
- पूर्णतः फैलोपियन (Complete Blockage – Both Side) ट्यूब का बंद होना या दोनों Fallopian Tube बंद होना।
यदि किसी महिला की सिंगल फैलोपियन ट्यूब बंद है। तो उस महिला के कंसीव करने की संभावना 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है। ऐसे में आयुर्वेद की पंचकर्मा थेरेपी, ओवुलेशन समय पर लाने की हर्बल जड़ी बूटियां दी जाती है। तो एक ट्यूब खुली होने पर भी जल्दी से मातृत्व सुख पाया जा सकता है। (ये भी पढ़े – What fallopian tube procedures help with fertility?)
फैलोपियन ट्यूब की जाँच कैसे की जाती है ? – How are fallopian tubes checked
Fallopian Tube की Diagnose करने के वाली मैथड का नाम है – HSG अर्थात Hysterosalpingography। जिसके माध्यम से फैलोपियन ट्यूब की स्थिति के बारे में पता चल जाता है। कि महिला की कौन-कौन सी ट्यूब खुली है और कौन सी ट्यूब बंद है। औ ब्ल़ॉकेज है है। तो कितना ब्लॉकेज है और कौन सी ट्यूब में ब्ल़ॉकेज है। यह सब कुछ HSG Test में पता चल जाता है।
फैलोपियन ट्यूब के लक्षण – Symptoms of fallopian tubes in Hindi
महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब बंद होने का सबसे बड़ा लक्षण होता है। कि यदि महिला और पुरुष एक वर्ष तक संबंध बनाने के बाद बच्चा कंसीव नही कर पाते है। तो उसके ट्यूब बंद होने की संभावना हो सकते है। इसके अतिरिक्त भी अन्य लक्षण है।
- पेट के निचले हिस्से में अधिक दर्द बना रहता है। यह तेज दर्द हाइड्रोसालपिनक्स के कारण होता है। जो ट्यूब को बंद कर देता है।
- महिलाओं को यदि संबंध बनाते समय तेज दर्द का अनुभव होता है। तो ऐसे में भी ट्यूब बंद होने के चांस हो सकते हैं।
- महिलाओं से प्राइवेट पार्ट से तेज बदबू आने पर भी ट्यूब संक्रमित होकर बंद हो सकती है।
- 101 डिग्री से तेज बुखार आने पर भी महिलाओं की ट्यूब बंद हो सकती है।
- पेल्विक इंफेक्शन के कारण भी ट्यूब बंद हो जाती हैं।
- एक्यूट पेल्विक इफेक्शन महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा घातक हो सकता है। इसके कारण भी ट्यूब बंद हो सकती है।
बंद फैलोपियन ट्यूब का इलाज – Blocked fallopian tube treatment in Hindi
यदि आपको फैलोपियन ट्यूब को लेकर किसी भी प्रकार का संशय है। तो सबसे पहले आपको डॉक्टर से मिलकर ट्यूब की जॉच करवानी चाहिए। जाँच में यदि ट्यूबल ब्लॉकेज संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या है। तो आयुर्वेदिक उपचार के द्वारा Blocked Fallopian tube को नेचुरल तरीके से बिना किसी ऑपरेशन के खोला जा सकता है। प्रजनन में आने वाली इस समस्या का पता अक्सर उन्हीं महिलाओं को लगता है। जो कंसीव करने में परेशानी उठाती है। बाकी महिलाएं इस समस्या से अंजान रहती है।
आयुर्वेद में बंध्त्व को दूर करने के लिए बहुत ही कारगर आयुर्वेदिक थेरेपी, रसायन, जड़ी बुटियां, काढ़े एवं पंचकर्म की पद्धतियां उपलब्ध है। जो इनफर्टिलिटी को नेचुरल तरीके से रिजाल्व कर देती हैं।
(ये भी पढ़े – पति-पत्नी के झगड़े की वजह तो नही बसंत ऋतु परिवर्तन || Menopause क्या है? कारण, लक्षण,निदान एवं उपचार)