आयुर्वेद में है: एंड़ोमेट्रियोसिस का इलाज – ENDOMETRIOSIS TREATMENT IN AYURVEDA
पूरे विश्व में करीब 90 मिलियन ऐसी महिलाएं है जो एंड़ोमेट्रियोसिस की बीमारी से परेशान है। जिन महिलाओं को एंड़ोमेट्रियोसिस होता है उनकी बच्चेदानी के अंदर लाइनिंग जैसा कुछ बन जाता है जो माहवारी के समय बाहर निकलता है।
ENDOMETRIOSIS उन महिलाओं में होता है जो Reproductive Age (15-40 वर्ष) में होती है। अर्थात जिस उम्र में उनको पीरियड आ रहे होते है। एंड़ोमेट्रियोसिस की बीमारी हो जाने के बाद महिला का मासिक चक्र बुरी तरीके से प्रभावित होता है। एंड़ोमेट्रियोसिस से महिला का पूरा प्रजनन तंत्र बिगड़ सकता है क्योंकि गर्भाशय के अंदर के ऊतर इसके बाहर आने लगते है जोकि एक बहुत बड़ा खतरा है।
ये भी पढ़े –
- एंडोमेट्रियोसिस क्या है?
- एंडोमेट्रिओसिस का योगा ट्रीटमेंट
- एंडोमेट्रियोसिस डाइट टिप्स
- एंडोमेट्रियोसिस का घरेलू उपचार
- एंडोमेट्रियोसिस का आयुर्वेदिक उपचार
- अब माँ बनने में रुकावट नही बनेगा एंडोमेट्रियोसिस
- फैलोपियन ट्यूब खोलने के घरेलू उपाय
- ट्यूबल ब्लॉकेज का इलाज मिल गया
- फैलोपियन ट्यूब रुकावट: जांच और उपचार
- व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को कैसे रोकें
एंड़ोमेट्रियोसिस की समस्या का उपचार आयुर्वेद में है जिससे बहुत ही जल्दी इस समस्या से निजात मिल जाती है।
1. अलसी के बीज
2. कैस्टर ऑयल
3. शहद
4. अदरक
5. हल्दी
6. हॉट वाटर (गर्म पानी की सिकाई)
7. नियमित रुप से योग एवं व्यायाम करें एवं संतुलित भोजन करें।
इन सभी के अतिरिक्त पंचकर्म एवं उत्तर बस्ती चिकित्सा के द्वारा भी एंड़ोमेट्रियोसिस का त्वरित इलाज किया जाता है। पंचकर्म में कुछ थेरेपी है जो मरीज की स्थिति एवं अवस्था के आधार पर दी जाती है।
यह सभी आयुर्वेदिक उपाय एवं उपचार आशा आयुर्वेदा की निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ चंचळ शर्मा से बातचीत के दौरान प्राप्त हुए है। यदि आप निःसंतानता से संबंधित किसी भी समस्या के उपचार पर विचार-विमर्श करना चाहती है तो आशा आयुर्वेदा केन्द्र में संपर्क करें…..
(और पढ़े – अनियमित पीरियड्स के आयुर्वेदिक उपचार || ट्यूबल ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक उपचार )