पीसीओएस में क्या खाएं, Diet For PCOD/PCOS

पीसीओएस के लिए आहार – Diet For PCOD/PCOS in Hindi

Diet For PCOD/PCOS in Hindi – राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य संसाधन केंद्र के अनुसार, बांझपन के शीर्ष कारणों में से एक है महिलाओं का असंतुलित भोजन जिसके कारण महिलाएं बांझपन का शिकार हो जाती है। महिलाओं के लिए, अधिक वजन या मोटापे के कारण गर्भपात या बांझ होने का खतरा बढ़ सकता है।

फर्टिलिटी की समस्या भी अक्सर उन महिलाओं के लिए एक समस्या होती है जो बेहद अधिक वजन की होती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो एक खाने की बीमारी जैसे एनोरेक्सिया या बुलबुलिया से पीड़ित हैं। और पढ़े – फैलोपियन ट्यूब के लिए आयुर्वेदिक उपचार

महिला के अधिक वजन या कम वजन होने से ओव्यूलेशन पर प्रभाव पड़ सकता है। जब महिलाएं नियमित रूप से ओव्यूलेट नहीं करती हैं, तो उनको प्रजनन संबंधी समस्याएं होती हैं। गर्भ धारण करने का प्रयास करते समय स्वस्थ होना और सामान्य वजन होना महिला एवं पुरुष दोनो के लिए सबसे माना जाता है।पीसीओडी/पीसीओएस  की समस्या को दूर करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन (Diet For PCOD/PCOS in Hindi) से इस समस्या को दूर किया जा सकता है।  शोध से पता चलता है कि स्वस्थ पोषण लेने से बांझपन के जोखिम को कम किया जा सकता है। और पढ़े – पीसीओएस/पीसीओडी का आयुर्वेदिक उपचार

Diet For PCOD/PCOS फर्टिलिटी फ्रेंडली फूड होता है जो पीसीओडी की समस्या को कम करने में मदद करता है। Diet For PCOD/PCOS के अनुसार यदि प्रजनन आहार का सेवन करने से महिलाओं के स्वास्थ्य में बेहतर परिणाम देखने को मिलते है। 

Diet For PCOD/PCOS – विशेष प्रकार का आहार चार्ट  

पीसीओएस में क्या खाएं, Diet For PCOD/PCOS

1. साबूत अनाज – PCOD/PCOS के निवारण के लिए अपने आहार में साबूत अनाज जैसे जौ, ज्वार, बाजरा इत्यादि को शामिल करना चाहिए। साबूत अनाज के सेवन से  glycemic index का नियंत्रण हो जाता है जो पीसीओडी की समस्या को बढ़ने से रोकते है। 

2. दालचीनी – दालचीनी के सेवन से महिलाओं के शरीर में बढ़ी हुई इंसुलिन कम हो जाती है। यदि महिलाएं रोज दालचीनी की चाय बनाकर पीती है तो इससे शरीर का वजन भी नियंत्रित रहता है और फ्री रेडिकल्सज के होने वाले खतरो से भी बचाया जा सकता है। दालचीनी में एंटीऑक्सिडेंट के गुण प्रचुर मात्रा में पाये जाते है पीसीओडी के लक्षणों को कम करते है। 

3. ब्रोकली – ब्रोक्ली एक प्रकार की सब्जी है जो कि हर घर में आसानी से मिल जाती है। ब्रोकली में आयरन, कैल्शियम, पौटेशियम, फाइफर के गुण अच्छी मात्रा में मिल जाते है जो महिलाओं में होने वाले हार्मोन परिवर्तन को रोकने में मदद करते है। ब्रोकली औषधीय गुणों की खान होती है इसलिए इसके सेवन से पीसीओडी की समस्या में काफी हद तक निजात मिल जाती है। 

4. टमाटर – पीसीओडी की बीमारी के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ जाता है । इस दौरान वजन कम करना एक चुनौती बन जाती है। ऐसे में यदि आप टमाटर का सेवन करती है तो आपके शरीर में लाइकोपाइन का स्तर अच्छा होता है जो आपके वजन को कम करके पीसीओडी की समस्या से निजात दिलाता है। 

5. शकरकंदी – शकरकंदी में कम जी आई और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। शकरकंद में हल्की मिठास ही होती है यदि आपका मन मीठा खाने का करता है तो यह सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ है। 

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