जानिए क्यों और क्या होते हैं ओवेरियन सिस्ट? – Ovarian Cyst in Hindi वर्तमान में बहुत सी महिलाएं ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित हैं। यदि ओवेरियन सिस्ट हैं, तो यह महिला के मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकता है और गर्भावस्था के साथ समस्याएं पैदा कर सकता है। ओवेरियन सिस्ट अंडाशय के भीतर स्थित द्रव से भरी थैली होती हैं। कई लड़कियों और महिलाओं में कभी न कभी ovarian cyst विकसित हो जाते हैं, लेकिन ज्यादातर सिस्ट दर्द रहित और हानिरहित होते हैं। वास्तव में, अधिकांश ओवेरियन सिस्ट कुछ महीनों के भीतर उपचार के बिना स्वयं को हल कर लेते…
बवासीर – Piles in Hindi दुनिया एक तेज गति से बदल गई है जहां व्यक्ति अपने लक्ष्यों और सपनों का इतनी तेजी से पीछा कर रहे हैं। कि वे सरल चीजों को सही करना भूल जाते हैं। कार्यस्थलों पर बढ़ती प्रतिस्पर्धा और निरंतर पेशेवर सुधार की आवश्यकता हमारे जीवन को आकार देती है। जिससे हम ध्यान भटकाने या स्वस्थ भोजन करने में असमर्थ हो जाते हैं। और यहाँ तक कि नींद या आराम की कमी भी हो जाती है। हम उत्कृष्टता की एक अंतहीन खोज में घंटों तक अपने आप को अपने डेस्क से बंधे हुए पाते हैं। जबकि व्यायाम…
बार-बार पेशाब आना (बहुमूत्रता) – Frequent Urination in Hindi दिन की अपेक्षा रात में बार बार पेशाब आने की समस्या को बहुमूत्रता कहते है | हम जैसे-जैसे बड़ी उम्र में प्रवेश करते जाते है । उसी प्रकार शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म लेने लगती है। परंतु यदि हम समय के रहते हुए हम अपनी जीवन शैली में सुधार और कुछ बुरी आदतों को त्याग दें। तो कभी हद तक छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है। सबसे बडा तो यहां पर सवाल उठता है। कि आज हर किसी को इन छोटी-छोटी समस्याओं के लिए वक्त ही नही…
एंडोमेट्रिओसिस क्या है ? लक्षण तथा इसका आयुर्वेदिक उपचार प्रजनन आयु की महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस का अनुमानित प्रसार 10% से अधिक है। बांझ महिलाओं में इस स्थिति की व्यापकता दर 20-50% है, लेकिन पुरानी पेल्विक दर्द वाली महिलाओं में यह 71-87% तक हो सकती है। आज हम बात करेंगे की एंडोमेट्रिओसिस क्या है? तथा इसके आयुर्वेदिक उपचार क्या है? और इससे कैसे बचा जा सकता है ? यह आमतौर पर प्रजनन वर्षों में महिलाओं को प्रभावित करता है और इसलिए बांझपन का एक बहुत ही सामान्य कारण है। हमारे नैदानिक अभ्यास में, हम मल्टीटास्किंग और महत्वाकांक्षी महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस की…
स्टिल बर्थ किसे कहते है ? – What is Still Birth in Hindi स्टिलबर्थ को आयुर्वेद में अंतर्गर्भाशयी भ्रूण मृत्यु भी कहा जाता है है। स्टिलबर्थ को अक्सर गर्भावस्था के नुकसान के रूप में परिभाषित किया जाता है। जो गर्भावस्था के 20 वें सप्ताह के बाद होता है। 20 सप्ताह से पहले होने वाली गर्भ की घटना को आमतौर पर गर्भपात माना जाता है। दुर्भाग्य से, stillbirth काफी सामान्य है। जो लगभग 160 गर्भधारण में से 1 में होता है। सीधे तौर पर कहें तो प्रेगनेंसी की 20 सप्ताह पूर्ण होने पर यदि बच्चा पेट में ही मर जाता है।…
क्लैमिडिया महिलाओं को कैसे प्रभावित करता है? जाने कारण, लक्षण और उपचार क्लैमिडिया की बीमारी भारत के साथ-साथ अन्य देशों में सबसे अधिक यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के द्वारा फैलती है। महिलाओं में होने वाली क्लैमिडिया की समस्या ट्रैकोमैटिस नामक बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि Chlamydia से संक्रमित कई महिलाओं में कोई लक्षण नहीं होते हैं और उन्हें यह पता भी नही चलता है। कि उन्हें संक्रमण है। क्लैमिडिया की बीमारी भारत के साथ-साथ अन्य देशों में सबसे अधिक यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के द्वारा फैलती है। महिलाओं में होने वाली क्लैमाइडिया की…
पति-पत्नी के झगड़े की वजह तो नही बसंत ऋतु परिवर्तन – डॉ चंचल शर्मा बसंत ऋतु को ऋतुओं ऋतुओ का राजा कहा जाता है। बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही वृक्षों में नये पत्ते व फूल लगने लगते है। जो धरती रुपी माँ में चार चांद लगा देते है। इन पुष्पों के पराग कण वातावरण में नमी (मादकता) पैदा कर देते है। यह ऋतु फाल्गुन और चैत्र मास में आती है। बसंतु ऋतु के साथ ही सूर्य की किरणें तेज होने लगती है। जो हमारे पेट की जठराग्नि प्रभावति कर देती हैं। जिससे महिलाओं का पाचन तंत्र खराब हो…
होली में आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल होली इन हिंदी – Holi Festival in Hindi होली आते ही मन में बिल्कुल रंगबिरंगा हो जाता है। इस साल होलिका दहन 17 मार्च 2022 को होगी और होली 18 मार्च 2022 को मनाई जाएगी। होली रंगों के साथ मस्ती करने का एक खास भारतीय उत्सव है। इसमें हम सभी रंगों में भाव-विभोर हो जाते हैं। ऐसे में होली को मानने की तैयारी लोगों ने करने शुरु हो गई होगी। परंतु आज के समय में रंगों में बहुत नुकसान करने वाले कैमिकल आते है। जो हमारी सेहत को खराब…
प्रदूषण रोकने के आयुर्वेदिक उपाय आज हर कोई इस प्रदूषण से परेशान है । यह केवल भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का विषय बना हुई है। दिनोदिन बढ़ता प्रदूषण पर्यावरण के साथ हमारे शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। इस प्रदूषण के कारण लोग नपुंसकता का शिकार हो रहे है और महिलाओं में सबसे ज्यादा इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ रही है। आज दिल्ली सहित देश के अन्य शहरो का यह हाल है कि हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है। ऐसे में लोग सांस एवं हृदय से सबंधिक बीमारियों का शिकार सबसे ज्यादा हो…