गिलोय के औषधीय गुण, फायदे और नुकसान : Giloy Ayurvedic Uses, Benefits And Side Effects In Hindi सेहतमंद और स्वस्थ रहने के लिए इम्यून सिस्टम का स्ट्रोंग होना बहुत आवश्यक होता है। कोरोना के समय में लोगों ने अपने लिवर को स्वस्थ रखने के लिए तुलसी, आंवला, अदरक, हल्की और गिलोय को अपनाकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया है। गिलोय लिवर के लिए बहुत ही प्रभावी औषधि है। परंतु इन सभी देशी एवं आयुर्वेदिक नुस्खों का प्रयोग तय मात्रा के अनुसार ही करना चाहिए । अन्यथा यह दुष्पभावी भी हो सकते है और आपके लिवर को खराब कर सकते…
जून माह के साथ ताजा फलों की शुरुआत | Fresh fruits of June in Hindi जून माह को ताजा फल और सब्जियों का माह मान जाता है । और हर कोई इस माह को ताजा फल तथा सब्जी उत्सव के रुप में बड़े उत्साह के साथ सेलिब्रेट भी करता है। दिल्ली में हर वर्ष राष्ट्रीय आम महोत्सव भी मनाया जाता है। इस आम उत्सव का उद्देश्य फलों लोगों में फलों के प्रति लगाव पैदा करना और उनका अधिक से अधिक सेवन करना है। डॉ चंचल शर्मा के अनुसार ग्रीष्म ऋतु में वातदोष की प्रधानता (अधिकता) होती है। ग्रीष्म ऋतु उत्तरायण काल…
मोटापा कैसे कम करें – Motapa kam karne ke Upay मोटापा को कम करना बेहद मुश्किल होता है। यह न केवल शरीर पर भारी पड़ सकता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य चुनौतियों का भी सामना कर सकता है। जहां तक पेट की चर्बी का सवाल है, यह जिद्दी आंत की चर्बी का एक समूह है, जो बहुत खतरनाक है। पेट की चर्बी को कम करने के लिए कठोर प्रयास, आहार में बदलाव और गहन कसरत दिनचर्या की आवश्यकता होती है। आपकी जीवनशैली आपके वजन को प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यहां कुछ बदलाव दिए गए हैं जिन्हें आपको…
Asthma in Hindi – अस्थमा (दमा) के कारण, लक्षण व आयुर्वेदिक उपचार आयुर्वेद में अस्थमा होने का कारण दोष असंतुलित (दोष कुपित) को बताया गया है। क्योंकि जब कफ, पित्त और वात दोष का संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसे में व्यक्ति को सुखी खांसी आने लगती है , गले से सीटी के जैसे आवाज निकलने लगती है। मरीज की त्वचा में रुखापन आने लगता है , चिड़चिड़ाहट की समस्या होने लगती है। अस्थमा (Asthma) की समस्या के चलते मरीज कब्ज और चिंता का शिकार भी हो जाता है। जोकि स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है। अस्थमा के उपचार के…
शीतपित्त (पित्ती) के लक्षण, कारण और आयुर्वेदिक उपचार – Hives in Hindi शीतपित्त या पित्ती एक एक प्रकार के त्वचा की समस्या है। जो मुख्य रुप से आँख, होठ. गाल, हाथ, पैरों में देखने को मिलती है। पित्ती एक बहुत ही सामान्य त्वचा रोग है। जिसके चकत्ते आकार में बड़े या फिर छोटे भी हो सकते हैं। इन चकत्तों का रंग लाल होता है और यह देखने में उभरे हुए दिखाई देते है। आपने एलर्जी जैसा शब्द तो सुना ही होगा। यह उसी से संबंधित है। क्योंकि जिस व्यक्ति को जिस चीज से एलर्जी होती है। और ऐसे में वह…
आयुर्वेद के त्रिदोष क्या है ? What are the Tridosha of Ayurveda in hindi आयुर्वेद को “जीवन का ज्ञान” कहा गया है। क्योंकि यह प्राचीन संस्कृत ग्रंथों, वेदों से 5,000 साल पहले का है। यह उपचार की एक प्रणाली है जो ब्रह्मांड के संदर्भ में भावनात्मक प्रकृति और आध्यात्मिक दृष्टिकोण की जांच करती है। दर्शन के अनुसार, सार्वभौमिक जीवन शक्ति तीन अलग-अलग ऊर्जाओं या दोषों के रूप में प्रकट होती है, जिन्हें वात, पित्त और कफ के रूप में जाना जाता है। हम सब इन तीन बलों के अनूठे संयोजन से बने हैं। हालांकि हर किसी के पास कुछ न कुछ…
पंचकर्म क्या है, करने का तरीका, फायदे और नुकसान – Panchkarma in Hindi पंचकर्म आयुर्वेद चिकित्सा का ही उपक्रम हैं। जो शरीर का शुद्धिकरण करके पुनः शरीर में ऊर्जा संचार करती है। आयुर्वेद के अनुसार “ पंचकर्म उपचार शरीर और मन के लिए एक पूर्ण विषहरण चिकित्सा पद्धति है।” (और पढ़े – ट्यूबल ब्लॉकेज को जड़ से खत्म करने का आयुर्वेदिक उपचार) पंचकर्म क्या है – Panchkarma kya hai पंचकर्म कितने प्रकार का होता है – Panchkarma kitne prakar ka hota hai नस्य कर्म साइनसाइटिस से उबरने में कैसे मदद करता है? पंचकर्म के फायदे और नुकसान – Panchkarma ke fayde…
मदर्स डे – एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती हमको सुख देने की खातिर , न जाने कितने त्याग वो करती है । सारे जग का प्यार देकर, माँ संस्कार हम में भरती है।। माँ की ममता को जितना भी ज्यादा सराहा जाये उतना कम है। क्योंकि आज तक कोई भी माँ की ममता का कर्ज नही चुका सका है। आज 8 मई है और आज मदर्स डे है , जिसके संदर्भ में आज हम माँ से जुड़ी कुछ बातों का उल्लेख करते हैं। वैसे तो हर दिन हमें माता-पिता का ध्यान रखना चाहिए। परंतु 8 मई स्पेशल…
मलेरिया के आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Malaria in Hindi मलेरिया एक ऐसी बीमारी है। जो एक मच्छर के काटने पर होती है। इस मच्छर का नाम फीमेल एनोफिलीज है। मलेरिया एक संक्रमण बीमारी है। जो एनोफिलीज जाति की मादा के काटने से होता है। मेडिकल की भाषा में इस मच्छर (जीवाणु) को प्लास्मोडियम भी कहते है। यदि कोई व्यक्ति Malaria से संक्रमित हो जाता है। तो उसमें सर्दी, बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते लगते है। मलेरिया का एक तो खास लक्षण होता है। कि यदि बुखार सर्दी के साथ होता है। तो पक्का मलेरिया हुआ है। आयुर्वेद में…