गर्भनाल की समस्या और समाधान – Umbilical Cord in Hindi प्रेगनेंसी के दौरान गर्भनाल महिला के शरीर का सबसे अहम अंग होता है। एक गर्भनाल महिला और बच्चे को जोड़े रखती है। इसका काम बच्चे को पोषण और सुरक्षा देने का है। बच्चा इसी के सहारे मां के पेट में जिंदा रहता है। प्रेगनेंसी के दौरान गर्भनाल अपनी जगह बदलती रहती है। हालांकि, प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में यह यूटरस के निचले हिस्से में स्थित हो सकती है। लेकिन जैसे-जैसे प्रेगनेंसी के दिन बढ़ते जाते है, गर्भनाल (Umbilical Cord) यूटरस (Uterus) के ऊपरी हिस्से में पहुंच जाती है। कई बार…
पीरियड्स के बाद प्रेग्नेंट होने के लिए कब संबंध बनाने चाहिए – आजकल की महिलाएं प्रेग्नेंट होने के कितने ही जतन करती है। लेकिन कोई भी सफलता नहीं मिल रही है। प्रेग्नेंसी का प्रयास करने वाली महिलाओं को अक्सर प्रेग्नेंट होने के लिए मन कई तरह के सवाल रहते है। महिलाओं को इसकी पूरी जानकारी ना होेने के कारण तनाव होने लगता है। अगर आप भी नॉर्लमी कंसीव नहीं कर पा रही हैं या जल्दी गर्भधारण करने का तरीका और ओवुलेशन के दिनों के बारे में जानना चाहती हैं। इस लेख में हम आज आपको बताने वाले है कि पीरियड्स के…
Pregnancy के लिए कितना Sperm count होना चाहिए? – Dr Chanchal Sharma अक्सर ऐसे लोग जो शादी के कुछ महीने बाद या सालों बाद गर्भधारण नहीं कर पाते है। जिस तरह गर्भधारण करने के लिए जिस तरह से महिला के शरीर में हेल्डी एग (Healthy Egg) होना जरुरी है। उसी तरह अंडणु (Egg) को निषेचित करने के लिए पुरुष में भी वीर्य में स्पर्म काउंट (Sperm Count) की मात्रा जरुरी है। रिपोर्ट की माने तो एक पुरुष में 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलिलिटर तक वीर्य बनना चाहिए। अगर किसी भी पुरषों में स्पर्म काउंट में कमी होना यानी…
जल्दी गर्भवती होने के उपाय और सावधानियां – Ways to Get Pregnant Fast in Hindi Ways to Get Pregnant Fast in Hindi – गर्भधारण की संभावनाओं को अधिकतम करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने शरीर को तैयार करें और अपनी जीवनशैली को समायोजित करें। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो वास्तव में आपके प्रजनन क्षमता के स्तर में बदलाव ला सकते हैं। (और पढ़े – प्रेगनेंसी के लिए सम्बन्ध बनाने का सबसे सही दिन) जल्दी गर्भवती होने के उपाय – Ways to Get Pregnant Fast in Hindi एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें – यदि आप…
एचएसजी टेस्ट की पूरी जानकारी – HSG (Hysterosalpingography) Test in Hindi HSG टेस्ट का पूरा नाम हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी (Hysterosalpingography) है। किसी घर परिवार में नवजात शिशु के जन्म को सबसे बड़ी खुशियों में से एक होता है। जब कोई महिला या पुरुष पहली बार मातृत्व व पितृत्व सुख का प्राप्त करते है। तो वह एक अलग ही अहसास का अनुभव करते हैं। परंतु सब कुछ ठीक होने के बाद भी कई बार आपको कंसीव करने में दिक्कत होती है। ऐसे में फिर आपको डॉक्टर HSG टेस्ट की सलाह देते है। जिससे पता चल जाता है। कि आपको किस वजह से इनफर्टिलिटी…
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं – डॉ चंचल शर्मा | Pregnancy First Trimester Diet Chart in Hindi आज के इस विशेष अंक में गर्भवती महिलाओं के लिए लेख के माध्यम से प्रस्तुत है डॉ चंचल शर्मा की विशेष वार्ता। जिसमें उन्होंने बताया है। कि गर्भधारण करने के बाद महिलाओं के क्या खाना चाहिए (प्रेगनेंसी के लिए डाइट) और क्या नही खाना चाहिए । जिससे उनकी होने वाली संतान की सेहत बेहतर हो । आशा आयुर्वेदा में आने वाली अधिकांश महिलाओं के डॉ चंचल शर्मा से यही सवाल होते है। कि हमने गर्भधारण कर…
प्रेगनेंसी डाइट चार्ट – डॉ चंचल शर्मा | Pregnancy Diet chart in Hindi (Pregnancy Diet chart) स्वस्थ आहार गर्भवती माँ और गर्भस्थशिशु दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला जो खाती और पीती है वह उसके बच्चे के पोषण का मुख्य स्रोत है। आशा आयुर्वेदा के डाइट विशेषज्ञ सलाह देते हैं। कि होने वाली मां के आहार में विभिन्न प्रकार के स्वस्थ खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ शामिल होने चाहिए। ताकि बच्चे के विकास के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान किए जा सकें। यहां स्वस्थ गर्भावस्था आहार (Pregnancy Diet chart) के बारे में कुछ सुझाव दिए…
अनचाही प्रेगनेंसी रोकने के उपाय – Ways to Prevent Unwanted Pregnancy in Hindi यदि आप चिंतित हैं कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो आप मासिक धर्म न होने के पहले दिन घर पर गर्भावस्था परीक्षण कर सकती हैं, या यदि असुरक्षित यौन संबंध के कम से कम 21 दिनों के बाद आपके मासिक धर्म अनियमित हैं। यदि आपका Pregnancy Test Positive है। और आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आप गर्भवती होना चाहती हैं, तो आप परिवार नियोजन या यौन स्वास्थ्य क्लिनिक से इस बारे में चर्चा कर सकती हैं। कई जोड़े बच्चे पैदा करना चाहते हैं लेकिन केवल उचित…
एंडोमेट्रिओसिस एंड प्रेगनेंसी – Endometriosis and pregnancy in Hindi एंडोमेट्रिओसिस एंड प्रेगनेंसी – एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित कई महिलाएं इस बात को लेकर चिंतित रहती हैं कि क्या वे बच्चे पैदा कर पाएंगी या नहीं। जबकि आयुर्वेदिक उपचार उनकी इस चिंता का समाधान कर सकता है। और उनको समस्याग्रस्त के डर से बचा भी सकता है। एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब एंडोमेट्रियल ऊतक बढ़ता है। एंडोमेट्रियोसिस टिश्यू जो गर्भाशय के अस्तर के समान होता है, गर्भाशय के बाहर श्रोणि में अन्य अंगों, जैसे अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब, मूत्राशय और कभी-कभी आंतों पर बढ़ता है। यही कारण है कि एंडोमेट्रियोसिस व्यापक पैल्विक दर्द,…