दालचीनी के फायदे और नुकसान – Dalchini ke Benefits or Nuksan भारत में खाना अपने सुगंधित मसालों के लिए जाने जाता हैं। प्रचीन काल से ही मसाले भारतीय खानपान पर विशेष रूप से अपना प्रभाव डालते है जिसकी खूशबू कई दिनों तक बनी रहती है। लेकिन यह मसाले सिर्फ अपने स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि अपने औषधीय गुणों के मामले में भी काफी जाने जाता हैं।अपने दालचीनी का नाम तो जरुर सुना ही होगा। आमतौर पर लोग दालचीनी का इस्तेमाल सिर्फ मसालों के रुप में करते है, क्योंकि उनको इसके फायदे के बारे में पता ही नहीं होता है।…
इलायची के फायदे और नुकसान : Cardamom (Elaichi) Benefits and Side Effects in Hindi हमारी रसोई में पाये जाने वाले मासले और हर्बस कितने फायदेमंद होते है। खाने पीने की कोई भी डिश में अच्छी खुशबू लाने के लिए हम सभी इलायची (Cardamom) का ही इस्तेमाल किया जाता हैं। आमतौर पर इसका उपयोग आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के रूप में अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए भी किया जाता है। इलायची के गुण सर्दी-खांसी, पाचन से जुड़ी समस्याएं, उल्टी, मूत्र से जुड़ी समस्याएं आदि के उपचार में बहुत कारगर है। इस लेख में हम आपको इलायची के फायदे और नुकसान…
अनार के फायदे और नुकसान : इनफर्टिलिटी का रामबाण इलाज इनफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में लोग खुलकर बात करने से डरते है। यह समस्या महिला और पुरुष दोनों के लिए एक चिंता का विषय है। गर्भधारण करने के लिए प्रजनन क्षमता संबंधित कई समस्या हो सकती है। गर्भधारण ना कर पाने के लिए महिला और पुरुष दोनों ही जिम्मेदार होते है। अगर कमजोर प्रजनन क्षमता के कारण महिला और पुरुष गर्भधारण नहीं कर पा रहे तो चिंता ना करें। हमारे आयुर्वेद में इसका इलाज बिना सर्जरी के भी संभव है। हमारे किचन में ही कुछ ऐसे हर्बस…
Pregnancy के लिए कितना Sperm count होना चाहिए? – Dr Chanchal Sharma अक्सर ऐसे लोग जो शादी के कुछ महीने बाद या सालों बाद गर्भधारण नहीं कर पाते है। जिस तरह गर्भधारण करने के लिए जिस तरह से महिला के शरीर में हेल्डी एग (Healthy Egg) होना जरुरी है। उसी तरह अंडणु (Egg) को निषेचित करने के लिए पुरुष में भी वीर्य में स्पर्म काउंट (Sperm Count) की मात्रा जरुरी है। रिपोर्ट की माने तो एक पुरुष में 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलिलिटर तक वीर्य बनना चाहिए। अगर किसी भी पुरषों में स्पर्म काउंट में कमी होना यानी…
थायराइड का आयुर्वेदिक उपचार, लक्षण, कारण और परहेज : Thyroid Treatment in Hindi थायराइड का आयुर्वेदिक उपचार लक्षण, कारण के बारे में विस्तार से जाने :- के सामान्य कामकाज में किसी भी प्रकार की शिथिलता, एक तितली के आकार की ग्रंथि जो गर्दन के सामने नीचे बैठती है, थायराइड की समस्या का कारण बनती है। थायरॉइड एडम के सेब के नीचे, विंडपाइप के सामने स्थित होता है। थायराइड में कोई भी असामान्यता, गोइटर, थायरॉइडाइटिस, हाइपोथायरायडिज्म, ग्रेव्स डिजीज, हाइपरथायरायडिज्म, थायरॉइड कैंसर, थायरॉइड नोड्यूल और थायरॉइड स्टॉर्म का परिणाम है। जबकि थायराइड का समय पर उपचार आवश्यक है, उपचार का समय और प्रकार…
Age Factor in Fertility: इस उम्र के बाद महिलाओं की फर्टिलिटी होने लगती है कमजोर Age Factor in Fertility : – उम्र पुरुषों और महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है। उम्र एक सबसे बड़ा कारक है जो किसी महिला के गर्भ धारण करने और स्वस्थ बच्चा पैदा करने की संभावना को प्रभावित करता है। एक महिला की प्रजनन क्षमता उसके 30 के दशक की शुरुआत में कम होने लगती है, और 35 साल की उम्र के बाद और भी ज्यादा। महिलाओं की उम्र के रूप में गर्भावस्था की जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। पुरुष प्रजनन क्षमता में…
बेहतर प्रजनन क्षमता के लिए सही आहार का सेवन जरूरी: डॉ चंचल शर्मा यदि आप गर्भवती होने की योजना बना रही हैं, तो स्वस्थ, संतुलित आहार खाने से आपको गर्भावस्था के दौरान अच्छी तरह से रहने और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहने में मदद मिलेगी। आप जो खाते हैं वह आपके गर्भवती होने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि आहार को अन्य कारकों से अलग करना कठिन है। हम यह जानते हैं कि गर्भवती होने के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ वही हैं जो सामान्य स्वास्थ्य के लिए हैं: साबुत अनाज, स्वस्थ वसा और प्रोटीन।…
बांझपन के लक्षण, कारण, उपचार और परहेज – Infertility in Hindi पांच में से एक महिला जो बच्चा पैदा करने की योजना बना रही है, उसे प्रारंभिक गर्भावस्था की समस्या है। लेकिन उनमें से ज्यादातर अंत में सफल होते हैं। आधुनिक निदान और उपचार समस्याओं को हल करने में मदद करते हैं। परंतु इनकी सफलता दर नगण्य है। बांझपन प्रजनन की एक बीमारी है जो नियमित रूप से असुरक्षित यौन संभोग 12 महीने या उससे अधिक के बाद गर्भावस्था प्राप्त करने में विफलता से परिभाषित होती है। बांझपन दो प्रकार का होता है – प्राइमरी इनफर्टिलिटी और सेकेण्डरी इनफर्टिलिटी । प्राइमरी…
लो एएमएच (Low AMH) क्या होता है? और योग के द्वारा इसको कैसे ठीक किया जाता है महिलाओं के लिए उम्र के साथ प्रजनन क्षमता और एएमएच का स्तर होना, बच्चे पैदा करना महत्वपूर्ण होता है। 30 साल की उम्र से पहले गर्भावस्था की योजना बनाना सबसे अच्छा है लेकिन अगर किसी कारण से यह संभव नहीं है तो लो एएमएच की जांच करके प्रजनन क्षमता का निदान करने की सलाह दी जाती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एक बच्चे को गर्भ धारण करने में एक महिला की उम्र सबसे महत्वपूर्ण कारक है। एएमएच लेवल क्या है? – AMH…