Ashwagandha For Fertility in Hindi | बांझपन में अश्वगंधा कैसे है फायदेमंद ? महिला बांझपन एक ऐसी समस्या है, जिससे महिलाओं को मां बनने में समस्या आती है। हालांकि नि:संतानता की समस्या सिर्फ महिलाओं की नहीं पुरुषों की भी है। महिलाओं में बांझपन की समस्या कई कारण हो सकते हैं, जिसमें खराब जीवनशैली, हार्मोन असंतुलन, ओवरी में किसी तरह की समस्या, ओव्यूलेशन विकार (Ovulation Disorder), पीसीओडी (PCOD), पीसीओएस (PCOS), संक्रमण की समस्या आदि शामिल है। इनफर्टिलिटी की समस्या को काफी हद तक ठीक करने के लिए आयुर्वेद इलाज का सहारा लें सकते है। साथ आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बुटियां है…
बच्चेदानी में सूजन क्यों होती है? आज के समय में महिलाओं को प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बच्चेदानी में सूजन एक सामान्य स्त्री रोग है जो किसी भी आयु में हो सकता है। इस समस्या का कारण हो सकता है हॉर्मोनल असंतुलन, संजीवनी द्रव्य की कमी, खानपान की अनियमितता या शारीरिक तंतुए। यह स्थिति आमतौर पर तेजी से बढ़ने वाला दर्द, पेट में बूँदाबूंदी जैसे लक्षणों के साथ आती है। महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान और गर्भावस्था के दौरान कुछ सूजन होना आम बात है। बच्चेदानी में सूजन के कारण महिलाओं को रोजमर्रा के…
नींद की कमी से टूट सकता है महिलाओं का मां बनने का सपना- Lack of Sleep Cause Infertility नींद की कमी से टूट सकता है महिलाओं का मां बनने का सपना : स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी नींद लेना काफी जरुरी है। नींद दिनभर की थकान के बाद इंसान को रिजार्ज करती है ताकि व्यक्ति अगले दिन फिर उसी जोश में उठकर काम कर सकें। नींद न सिर्फ शरीरिक ब्लकि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद अहम है। नींद पूरी न होने की वजह से ज्यादातर समय लोग अनमने से रहते हैं जिसका फर्क उनकी कार्य क्षमता पर भी पड़ता…
Best Fertility Doctor in Pune – पुणे के बेस्ट फर्टिलिटी डॉक्टर पुणे में अगर टॉप Infertility Doctor की तलाश कर रहें तो आपके लिए यहां कई विकल्प मौजूद है। प्रगनेंट होना हमेशा आसान नहीं होता है। अगर आप गर्भवती नहीं होती हैं तो यह काफी निराशाजनक हो सकता है, और कई मामलों में, जोड़े प्रयास जारी रखने से ही स्वाभाविक रूप से गर्भधारण कर लेते हैं। हालांकि, यह जानना जरूरी है कि मदद लेने का सही समय क्या है और fertility issues में संदेह होने पर इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए। यहां कुछ संकेत दिए गए हैं कि यह…
हमारी सेवाओं में पीसीसीओडी, ट्यूब ब्लॉकेज, पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, एंडोमेट्रिओसिस, low AMH, गर्भाशय फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियम, अनियमित पीरियड्स, रजोनिवृत्ति, हार्मोनल असंतुलन, आईवीएफ विफलता, गर्भपात, यौन समस्या, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार शामिल हैं।
बच्चेदानी में रसौली (फाइब्रॉएड) होने पर कैसे बन सकती हैं मां? एक उम्र के बाद महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें ज्यादातर महिलाओं को गर्भाशय संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर महिलाओं को गर्भाशय में गांठ की समस्या का सामना करना पड़ता है। बच्चेदानी में रसौली (फाइब्रॉएड), यानी गर्भाशय में फाइब्रॉएड (fibroid) के रूप में हो सकती है। यदि किसी महिला के गर्भाशय में रसौली हो, तो वह मां बनने की क्षमता पर प्रभाव नहीं डालती है, लेकिन कुछ स्थितियों में गर्भाशय के रसौली कारण गर्भाशय की सामान्य कार्य प्रणाली में परेशानी पैदा…
Male Infertility Treatment in Mumbai – पुरुष निसंतानता का मुंबई में इलाज परिवार की स्थापना और संतान की आकांक्षा हर व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा है। हालांकि, अधिकांश समय किसी भी जोड़ी के जीवन में आनंद का कारण बच्चों की आवश्यकता होती है। दुर्भाग्य से, कुछ पुरुषों को निसंतानता की समस्या से झूझना पड़ता है, जो उन्हें अपने सपने को पूरा करने से रोक सकती है। शुक्राणु दोष, शुक्राणुओं की कमी, या अन्य संबंधित समस्याएं पुरुषों में निसंतानता का कारण बन सकती हैं। मुंबई, भारत का एक प्रमुख शहर, आयुर्वेद के लिए प्रमुख केंद्रों में से एक है। यहां…
प्रेगनेंसी का आठवां महीना – लक्षण, खान पान, शारीरिक बदलाव और शिशु का विकास एक महिला के लिए शादी के बाद मां बनना वकाई बहुत खास होता है। गर्भावस्था का आठवां महीना वास्तव में काफी खुशियों से भरा होता है। और इस समय आपके घर के लोग अब आने वाले नन्हे मेहमान के लिए तैयार होने लग जाते हैं। वैसे तो गर्भावस्था के पूरे नौ महीने महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन आखिरी महीनों में काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। गर्भावस्था के 29वें सप्ताह से 32वें सप्ताह तक एक बहुत ही अनोखे सप्ताह हैं। आप इस समय पूरी तरह से…
प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर मां-बच्चे के लिए है जोखिम भरा – Dr. Chanchal Sharma प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को कई तरह के उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को हाई या लो ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो जाती है। दोनों ही स्थितियों में मां और बच्चे पर विपरीत असर डाल सकता हैं। ऐसे में महिला को काफी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहें। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे की प्रेगनेंसी में हाइपरटेंशन के लक्षण कैसे नजर आते है जो एक प्रेगनेंट महिला और गर्भ में पल रहें शिशु के…