नपुंसकता का आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Erectile Dysfunction in Hindi Erectile Dysfunction – जीवन की भागदौड़ इतनी अधिक बढ़ गई है कि हर कोई आवश्यकता से ज्यादा इस भागदौड़ में व्यस्त है। इस व्यस्त जीवन में अपने आप को समय ही नही दे पा रहा है। किसी के पास इतना भी समय नही है कि वह अपने खानपान तथा लाइफस्टाइल पर ध्यान दे सके। आयुर्वेद में नपुंसकता को स्तंभन दोष के नाम से जानते है। आम बोलचाल की भाषा में इसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) कहते है। नपुंसकता का मतलब होता है कि पुरुष संबंध बनाते समय उसके…
शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक उपचार – Premature Ejaculation Ayurvedic Treatment जब आप बस या फिर ट्रेन से यात्रा रहे होते है और जैसे ही किसी पुराने इलाके या फिर रेलवे स्टेशन की की आसपास दीवारों पर जब आपकी नजर पड़ती है तो यही पोस्टरों में यही लिखा मिलता है कि शीघ्रपतन premature ejaculation का सरतिजा इलाज य़ा फिर नमर्दगी का इलाज इत्यादि। हमारे देश में आज भी लोग इस यौन समस्या के बारे में खुल कर बात करने में हिचकिचाते है। भारत के करीब 40 प्रतिशत पुरुषों को शीघ्रपतन की समस्या है क्योंकि जो भी पुरुष सेक्स के बारें में जितनी…
मूत्र नली (पेशाब) रुकावट का आयुर्वेदिक उपचार – Urethral Stricture Treatment Urethral Stricture Treatment – मूत्रमार्ग एक ट्यूबलर संरचना है जो मूत्राशय से मूत्र को बाहर निकालने का कार्य करती है। यूरेथ्रल एक ऐसी स्थिति है जिसमें मूत्रमार्ग के लुमेन का कैलिबर कम हो जाता है और यहां तक कि पूरी तरह से बंद हो सकता है। Urethral Stricture से पीड़ित व्यक्ति को पेशाब के दौरान मूत्रमार्ग में संकुचित संवेदना (Narrowed sensation) का अहसास होता है। यह बीमारी जिन लोगों में होती है एक बार में पेशाब को त्यागने में समर्थ नही होते है और उन्हें ऐसा लगता रहता है…
पीसीओएस/पीसीओडी का आयुर्वेदिक उपचार – PCOS/PCOD Ayurvedic Treatment in hindi महिलाओं की जीवन में स्वास्थ्य से संबंधित बहुत सारे उतार-चढ़ाव आते रहते है इस दौरान उन्हें खुद का ध्यान देना बहुत ही आवश्यक होता है। PCOS/PCOD Treatment जरुरी हो गया है । पीसीओएस/पीसीओडी भी महिलाएं में होने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है, जिसका पूरा नाम पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), या पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD) के नाम से जाना जाता है। पीसीओएस/पीसीओडी बीमारी की वृद्धि कुछ वर्षों से महिलाओं में तेजी से फैल रही है इसका मुख्य कारण महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन को माना जाता है। पीसीओएस/पीसीओडी…
प्राकृतिक रूप से हाइड्रोसालपिनक्स उपचार – Hydrosalpinx Treatment Naturally हाइड्रोसालपिनक्स – संतानहीन दंपतियों को यह अक्सर सुनने को मिलता है कि उन्हें Hydrosalpinx की समस्या है, जिसके कारण वह गर्भ धारण नही कर सकती है। यह समस्या महिलाओं के लिए काफी परेशान करने वाली होती है। क्योंकि उपचार के दौरान उन्हें यहां तक कह दिया जाता है कि आपको अपनी दोनो फैलोपियन ट्यूब रिमूब करना पड़ेगा। जब किसी महिला के फैलोपियन ट्यूब में तरल पदार्थ जमा होने के कारण उनकी फैलोपियन ट्यूब अवरुद्ध हो जाती हैं, तो इस स्थिति को हाइड्रोसैलपिनक्स के रूप में जाना जाता है। यदि फैलोपियन ट्यूब…
वैरीकोसेल के कारण और लक्षण, उपचार – Ayurvedic Treatment for Varicocele सुख हाल दंपत्य जीवन के लिए पति-पत्नी को मिलना बहुत ही आवश्यक माना गया है परंतु कुछ प्रजनन संबंधी समस्याओं के कारण ऐसा संभव नही हो पाता है जिसके कारण वह संतान सुख पाने में असक्षम हो जाते है। आज एक ऐसी ही पुरुष प्रजनन से संबंधित समस्या के बारे में चर्चा कर रहे है जिसका नाम है वैरीकोसेल। कैसे होता है वैरीकोसेल ? जब किसी पुरुष के अंडकोष की थैली के नसों में सूजन आ जाती है और इस सूजी हुई नसों के कारण प्रजनन संबंधी कोई संक्रमण…
आयुर्वेदिक उपचार से गर्भावस्था को बनाए बेहतर – Ayurvedic Treatment for Pregnancy in Hindi आयुर्वेदिक उपचार से गर्भावस्था को बनाए और भी बेहतर माँ बनने की खुशी किसी वरदान से कम नही होती है। माँ बनना एक वरदान के जैसा ही होता है क्यों कि माँ बनने का सपना एक बड़ी तपस्या के बाद पूरा होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के सामने कई प्रकार की शारीरिक तथा मानसिक चुनौतियाँ होती है, जिनका उन्हें सामना करना पड़ता है। गर्भवस्था के दौरान यदि गर्भवती महिलाएं आयुर्वेदिक नुस्खों को अपना लें तो गर्भावस्था बहुत ही आसान हो जाती है। “गर्भावस्था या प्रेग्नेंसी…
यौन रोग के लक्षण, कारण, इलाज – Ayurvedic Treatment for Sex Problems यौन समस्या, या यौन रोग, यौन प्रतिक्रिया चक्र (Sex Knowledge/ Sex Problems) से अधिकांश महिला या पुरुष परेशान है। जो महिला या पुरुष संतुष्टि का अनुभव करने में असमर्थ होते है उन्हें यौन संबंधित समस्याएं होती है। यौन प्रतिक्रिया चक्र के चार चरण होते हैं: इच्छा (कामेच्छा), उत्तेजना (उत्तेजना), कामोन्माद और संकल्प। पुरुष और महिला दोनों ही इन चरणों का अनुभव करते हैं, हालांकि महिला एवं पुरुष दोनो का समय आमतौर पर अलग-अलग होता है। यह संभावना नहीं है कि दोनों साथी एक ही समय में संभोग सुख…
रजोनिवृति (मीनोपॉज) का आयुर्वेदिक उपचार – Menopause Ayurvedic Treatment in Hindi आयुर्वेद में, मीनोपॉज (menopause) को “रजोनिवृति” के रूप में जाना जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है “अर्तवा प्रवृत्ति का अंत या अर्तवा वेदना” अर्थात मासिक धर्म का रुक जाना। Menopause Ayurvedic Treatment – चरक संहिता, सुश्रुत संहिता और कई अन्य प्रसिद्ध आयुर्वेदिक शास्त्रों के अनुसार, रजोनिवृत्ति की शुरुआत तब होती है जब मासिक धर्म महिलाओं में लगातार 12 महीनों तक रुकता है और इसके बाद नहीं होता है। रजोनिव्रती को वात दोष की वृद्धि की विशेषता है, जिससे तीनों दोषों- वात, पित्त और कफ में असंतुलन हो जाता है। परिणामस्वरूप “धतु क्षय” या शरीर के ऊतक…