वर्तमान समय का खानपान और लाइफ स्टाइल इनता अधिक अनियमति हो चुका है, जिसके चलते महिला एवं पुरुषों की प्रजनन क्षमता कमजोरी होती चली जा रही है। प्रजनन क्षमता के साथ-साथ महिला एवं पुरुषों की कामेच्छा में लगातार गिरावट देखी जा रही है। जिससे आज के समय में एक बड़ी संख्या मातृत्व एवं पितृत्व के सुख से दूर होती जा रही है। आज हम यहां पर बिना ऑपरेशन के माँ बनने के लिए एक खास थेरेपी के बारें में बताएंगे । जो आपकी माँ बनने में मदद करेगी। आज के समय में युवा वर्ग शादी के बाद संतान की चाहत…
बच्चे जीवन का अर्थ और आनंद हैं। कई जोड़ों को शादी के बाद समय पर बच्चे न होने की चिंता रहती है। समय पर सही इलाज से आज ज्यादातर बांझपन की समस्या को ठीक किया जा सकता है। जीवनशैली और नजरिए में बदलाव के कारण बांझपन का इलाज तेजी से महत्वपूर्ण होता जा रहा है। बांझपन (निःसंतानता) की समस्या आज के समय में एक सामान्य समस्या बनती जा रही है। गांवों की तुलना में शहरों यह समस्या बड़ी ही तेजी के साथ पैर पसार रही है। ऐसे में यह सबसे बड़ा प्रशन उठता है कि कैसे इस समस्या पर काबू…
स्वस्थ महिलाओं में, फैलोपियन ट्यूब अंडाशय से गर्भाशय तक परिपक्व अंडाशय होते हैं। गर्भवती होने के लिए एक महिला को इनमें से कम से कम एक ट्यूब का खुला होना जरूरी है। जब रुकावट होती है, तो शुक्राणु और अंडे फैलोपियन ट्यूब में नहीं पाए जा सकते हैं, जहां आमतौर पर निषेचन होता है। 40% बांझ महिलाओं में फैलोपियन ट्यूब की रुकावट एक समस्या है, इसलिए उनकी पहचान करना और उनका प्रभावी ढंग से इलाज करना बहुत महत्वपूर्ण है। संतान न होने के बहुत सारे कारण होते है। उन्हीं में एक प्रमुख कारण है फैलोपियन ट्यूब का बंद होना ।…
बांझपन एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है जिसका सामना अधिकांश जोड़े दैनिक जीवन शैली और आहार परिवर्तन के कारण करते हैं। चिकित्सा में बहुत प्रगति के बावजूद, वास्तविकता यह है कि बहुत से लोग बांझपन का सही कारण नहीं जानते हैं। महिलाओं और पुरुषों में बांझपन अलग-अलग कारणों से होता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कैफीन के लंबे समय तक सेवन से गर्भधारण में देरी हो सकती है, लेकिन अन्य इस मामले पर पूरी तरह से अलग हैं। कॉफी का बहुत ज्यादा सेवन आपके प्रजनन स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित कर सकता है। पुरुषों में, यह आपके शुक्राणु की…
महिलाओं में पीरियड्स की समस्या आजकल लगभग आम हो गई है। जब लड़की 13 से 14 साल की होती है। तब से ही पीरियड्स आना शुरू हो जाते हैं। पीरियड्स की अवधि 21 से 35 दिनों के भीतर होती है। अगर मासिक धर्म 21 दिन से पहले या 35 दिन बाद आता है। तो इसे अनियमित माहवारी कहते हैं। महिलाओं को साल में 11 से 13 बार पीरियड्स होने चाहिए जो एक सामान्य प्रक्रिया है। कई महिलाओं को साल में सिर्फ 6 से 7 बार ही पीरियड्स आते हैं। महिलाओं को महामारी की समस्या है। जिन महिलाओं को पीरियड्स की…
अनियमित मासिक धर्म चक्र के कई कारण होते हैं। उनमें से ज्यादातर आज युवा महिलाएं हैं। इसका मुख्य कारण पीसीओडी है। हम समय-समय पर पढ़ते हैं कि इस समस्या को बढ़ावा देने वाले कई कारक हैं जैसे हार्मोनल समस्या, मोटापा, थायराइड, बदली हुई खाने की आदतें। कारण का पता लगाने और उचित उपचार प्राप्त करने के लिए डॉक्टर के पास जाना महत्वपूर्ण है। आइए देखें कि कैसे हम अपनी जीवन शैली में बदलाव लाकर इससे बच सकते हैं और इसे रोक सकते हैं। मासिक धर्म, जो यौवन से नियमित होता है, कुछ महीनों के बाद अनियमित हो जाता है। मासिक…
PCOS/PCOD से ग्रसित महिलाओं के लिए गर्भावस्था मुश्किल हो सकती है। कुछ महिलाएं ऐसी भी है हैं जो प्रेग्नेंट नहीं हो पाती हैं, चाहे वे कितनी भी कोशिश कर लें। गर्भावस्था के कई पक्ष और विपक्ष हैं। इसके पीछे अच्छे खान-पान से लेकर स्ट्रेस फ्री मूड तक है। ये ऐसी चीजें हैं जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित और प्रभावित करती हैं। गर्भावस्था तभी हो सकती है जब महिला को पीसीओडी या PCOS/PCOD से छुटकारा मिल जायें। एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए महिला एवं पुरुष शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है। तभी आप गर्भधारण करने में सफल होगीं। …
पीसीओडी इन दिनों किशोर महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है। पीसीओडी की उपस्थिति का पता निम्नलिखित प्रमुख लक्षणों से लगाया जा सकता है – मासिक धर्म संबंधी विकार अनचाहे स्थानों पर बाल उगना मुँहासे की उपस्थिति मोटापा एक और लक्षण है। गर्दन के पिछले हिस्से पर, खोपड़ी जैसे क्षेत्र त्वचा पर काली धारियों के रूप में दिखाई देते हैं। इसे एसेंथोसिस निगरिकन्स कहते हैं। यह इंसुलिन प्रतिरोध की अभिव्यक्ति है। (ये भी पढ़े – पीसीओएस/पीसीओडी का आयुर्वेदिक उपचार || पीरियड में एक्सरसाइज करनी चाहिए या नहीं) माना जाता है कि चेहरे पर अनचाहे बालों के बढ़ने के कारण फेमिनिन लुक होता है।…
प्रेगनेंसी में वजन उठाने पर क्या क्या नुकसान होते है ? जानें एक्सपर्ट क्या कहते है ? गर्भवती होने पर आप भारी वस्तुओं को सीमित वजन तक ले जा सकती हैं, लेकिन आपको सावधान रहने की जरूरत है। आप कितना वजन उठा सकती हैं यह आपकी गर्भावस्था के चरण पर निर्भर करता है कि आप कितनी बार वजन उठा रही हैं और आप किस प्रकार का भार उठा रही हैं। आप सुरक्षित रूप से कितना उठा सकती हैं, यह इस बात पर भी निर्भर करेगा कि गर्भवती होने से पहले आपकी मांसपेशियां कितनी मजबूत हैं, और क्या आप उचित उठाने…