अस्थानोजोस्पर्मिया का घरेलू उपाय – Asthenospermia ka Gharelu Upay
Asthenospermia – आजकल के की पीढ़ी ज्यादातर डिब्बाबंद भोजन, होटलों का खाना, फास्ट फूड का सेवन कर रही है, जिससे कारण वह शोषण विहीन होती चली जा रही है। पोषणविहीन भोजन हमारे शरीर को कई सारी बीमारियों का घर बन जाता है।
इन्हीं बीमारियों में से एक है Asthenospermia जिसका शिकार आज का काफी युवा वर्ग हो रहा है। यह बीमारी निःसंतानता के प्रमुख कारणों में से एक मानी जाती है।
जब कोई पुरुष संबंध स्थापित करता है और फिर संभोग के दौरान वह स्खलित होता है तो उसके शुक्राणुओं की गतिशीलता बहुत ही कम या फिर न के बराबर होती है। शुक्राणुओं की इस प्रकार की स्थिति को Asthenospermia कहते है।
Asthenospermia की बीमारी इनफर्टिलिटी की एक मुख्य वजह मानी जाती है।
शुक्राणुओं की गतिशीलता को बढ़ाने के लिए पुरुषों के लिए यहां पर कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने वीर्य की गतिशीलता में सुधार कर सकते है –
(और पढ़े – अस्थानोजोस्पर्मिया का आयुर्वेदिक उपचार)
अस्थानोजोस्पर्मिया का घरेलू उपाय – Asthenospermia ka Gharelu Upay
1. लहसुन – लहसुन एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है जिसके सेवन से आप शुक्राणुओं की उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर सकते है। लहसुन में एल्लीसिन नाम का एक यौगिक पाया जाता है। इसके अतिरिक्त लहसुन में उपस्थित सेलेनियम शुक्राणु की गतिशीलता को बेहतर बनने में सहायक होता है।
2. अरंडी – अरंडी के सूखे पत्ते और देशी शहद को एक साथ मिलाकर इसका सेवन करते है तो शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है और साथ ही शुक्राणुओं की गतिशीलता भी बढ़ती है।
3. छुहारा – छुहारे के प्रयोग से पुरुषों की यौन समस्याएं दूर होती है। छुहारा वीर्य को बेहतर करता है और स्वस्थ शुक्राणुओं को अच्छा बनने में मदद करता है।
4. अनार – Free radicals के दुष्प्रभाव के कारण शुक्राणुओं में तेजी से कमी होती है तथा उनका आकार भी प्रभावित होता है। इस कमी को दूर करने के लिए आप अनार का सेवन करें।
अनार में एंटी ऑक्सीडेंट तथा आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते है जो Free radicals को दूर करते है और नये शुक्राणुओं का निर्माण करते है। अनार का फल शुक्राणु बढ़ाने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है।