प्रेगनेंसी में अलसी खाने के फायदे व नुकसान | Pregnancy me Alsi Khane ke Fayde or Nuksan
प्रेगनेंसी में अलसी खाने के फायदे व नुकसान: हर महिला के जीवन में गर्भावस्था एक महत्वपूर्ण क्षण होता है। इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। प्रेगनेंसी प्लान करते वक्त हमारे डाइट और लाइफस्टाइल को ध्यान रखना बेहद जरुरी है। डाइट की बात करें तो हम हर रोज जो खानपान में ले रहे है उसमें बदलाव करना चाहिए। इससे शरीर में होने वाले त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) से बच सकते है जो गर्भपात का कारण बन सकता है।
साथ ही डॉक्टर का कहना है कि स्ट्रेस, इनफर्टिलिटी का मुख्य कारण बनता है। उनका कहना है कि पोष्टिक आहार मां और बच्चे के विकास के लिए बेहद जरूरी होता है। आयुर्वेद में कहा गया है की गर्भावस्था के दौरान कुछ खाद्य पदार्थ होते है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते है।
उन्हीं में से अलसी (Flax Seeds) एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसके सेवन से प्रेग्नेंसी में कई फायदे होते है लेकिन कई लोगों के मन में अलसी बीज के सेवन को लेकर भ्रम की स्थिति होती है। आज इस आर्टिकल में प्रेगनेंसी में अलसी (Super food Flax seeds in hindi) के इस्तेमाल होने वाले सवालों पर चर्चा करेंगे।
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प्रेगनेंसी में अलसी खाने के फायदे व नुकसान – अलसी बीज क्या है? |
असली बीज में हजारों गुण पाये जाते है। अलसी में कैलोरी, वसा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते है। साथ ही इसमें कई विटामिन्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पाए जाते है, जो बच्चे के विकास के लिए काफी जरुरी होते है। गर्भावस्था में इसके सेवन से कब्ज, ब्लड शुगर और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद मिलती है। साथ ही इससे दिल की बीमारियों को भी कम करने में सहायता मिलती है।
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अलसी खाने के फायदे – Flax Seeds Benefits in Hindi
प्रेगनेंसी में अलसी खाने से आपको उस दौरान में होने वाली समस्याओं से निजात मिल सकती है। साथ ही प्रेगनेंसी में पोषक तत्व देता है जो बच्चे को भविष्य में होने वाली बिमारियों से बचाता है। गर्भावस्था में अलसी के निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं-
- अलसी के सेवन से ह्रदय रोग दूर होते है क्योंकि इसमें रक्त कम करने वाले गुण होते है।
- अलसी बीज फाइबर का एक अच्छा स्रोत होता है। यह प्रेगनेंसी में आपको कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। सीमित मात्रा में अलसी के सेवन से मल त्याग में आसानी होती है।
- अलसी भ्रूण (Embryo) के विकास के लिए पोषक तत्व देने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
- अकसर महिलाओं में प्रसाव से पहले देखा जाता है कि डिपरेशन का शिकार हो जाती है। इस समस्या में असली बहुत कारगर साबित होता है।
- प्रेगनेंसी में होने वाली हाइपरग्लाइकेमिया की स्थिति से बचाने में मदद करती है। अक्सर आपका शुगर लेवल बढ़ जाता है तो अलसी का तेल फायदेमंद साबित हो सकता है।
- अलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते है तो झुर्रियां नहीं होने देते, जिससे त्वचा जवां और खूबसूरत बनी रहती है।
- अलसी में लिनोलिक एसिड, अल्फा-लिनोलिक एसिड, ओमेगा 3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होते हैं, जो प्रेगनेंसी में जरुरी होते हैं। यह प्रेगनेंसी के दौरान भ्रूण के मस्तिष्क के विकास में मदद करता हैं।
- अलसी के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जाता है। और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में महिलाओं के लिए अलसी के फायदे बहुत है।
- अलसी का बीज के फायदे की बात करें तो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपना इम्यून सिस्टम बेहद मजबूत बनाने की जरूरत है। अलसी के तेल में फाइटोन्यूट्रिएंट्स और विटामिन्स पाए जाते है, जिसके सेवन से संक्रमण और मौसमी बीमारियों को दूर रखने में मदद मिलती है।
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अलसी खाने का तरीका – How to Eat Flaxseed in Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान अलसी का बीज के फायदे बहुत होते है, लेकिन मन में कई सवाल रहते है कि Flax Seeds खाने का तरीका क्या है और अलसी का बीज कैसे खाएं? इन निम्नलिखित में अलसी का उपयोग शामिल हैं-
- अलसी के बीज को कच्चा या भूनकर भी आप खा सकते हैं। चाहें तो इसे पीसकर इसके पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- अलसी के पाउडर को स्मूडी या दही के साथ भी ले सकते है।
- अलसी बीज के तेल भी इस्तेमाल कर सकते है। इसके सेवन आप सलाद में डालकर कर सकते है।
- इसके अलावा आप इसे खाना बनाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते है और इससे आपको पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती है।
- इसके बीज का इस्तेमाल आप जूस में भी कर सकते है।
- स्ट्रेच मार्क्स को भी कम करने में ये आप इसका इस्तेमाल कर सकते है। प्रेगनेंसी में काफी फायदेमंद होता है।
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अलसी बीज के नुकसान – Flax seed ke Nukasan
अलसी बीज के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी है, जिससे आपको परहेज करने की जरूरत हो सकती है। आइए अलसी बीज नुकसान के बारे में विस्तार से जानते है। अलसी के बीज से नुकसान इस तरीके से हैं-
- अलसी के ज्यादा सेवन से जी-मिचलाना, दस्त और गैस की समस्या हो सकती है।
- इसके सेवन से एलर्जिक प्रतिक्रिया हो सकती है, जैसे की होठों में सूजन, छाती में जकड़न या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
- अलसी के सेवन से रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है।
- अलसी के ज्यादा सेवन से शरीर में ट्यूमर भी बन सकता है।
- इसके ज्यादा मात्रा में सेवन करने से नवजात के वजन में भी कमी आ सकती है।
- अलसी को एक टीस्पून से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। अलसी की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसे न खाने की सलाह दी जाती है।
- इससे प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग शुरू हो सकती है। अलसी को यदि सही मात्रा में खाया जाए, तो इससे कब्ज की शिकायत दूर होती है, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने पर दस्त भी हो सकते हैं।
- इसके ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हार्मोन में गड़बड़ी भी होती है। अलसी का ज्यादा सेवन न करें। इससे डायरिया जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अलसी के अति सेवन से बचें।
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डॉक्टर की सलाह के बिना गर्भावस्था में अलसी के तेल का इस्तेमाल न करें। ध्यान रखें कि गर्भावस्था में अलसी का सेवन कम मात्रा में करना ही सुरक्षित होता है। इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है।
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