काली किशमिश से करें नि:संतानता दूर – काली किशमिश के फायदे
आजकल महिलाओं की प्रजनन क्षमता में कमी आना और गर्भधारण ना कर पाने की समस्या काफी तेज बढ़ रही है। लगभग 30 प्रतिशत प्रजनन समस्याएं महिलाओं में पैदा होती हैं। महिला प्रजनन समस्याओं में अनियमित ओव्यूलेशन, फैलोपियन ट्यूब में रुकावट और गर्भाशय की असामान्यताएं जैसे फाइब्रॉएड और एंडोमेट्रियोसिस शामिल हैं। Ayurveda के अनुसार फर्टिलिटी के लिए एक महिला को गर्भधारण करना बहुत ही जरुरी कारक होता है। ऐसा नहीं कर पाना उसके शरीर में त्रिदोष का कारण होता है। ये तीन दोष वात, पित्त कफ को शरीरिक दोष माना गया है। (और पढ़े – आयुर्वेद के त्रिदोष क्या है ?)
लेकिन हमारे आयुर्वेद में ऐसा ही जादुई औषधीय है जिससे हम इस समस्या को दूर कर सकते है। आयुर्वेद का कहना है कि जैसे मनोरंजन के साथ शिक्षा बहुत प्रभावी होती है, ठीक उसी तरह जब आपके स्वाद के साथ उपचार में भी सबसे अच्छा काम करता हैं। ठीक वैसे ही काली किशमिश के साथ है। इनफर्टिलिटी को दूर करने के लिए काली किशमिश के फायदे पाने के लिए सही तरीके से सेवन करने पर आपके लिए उनके कई जादुई पोषण लाभ होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम काली किशमिश या मुनक्का के फायदे से निसंतानता का उपचार दूर करने के बारे में बात करेंगे।
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काली किशमिश क्या है?- What is Black Raisins in Hindi
काली किशमिश या मुनक्के को काले सुखे अंगुर के नाम से भी जाना जाता है। काली किशमिश मीठे और रसदार स्वाद की होती है, क्योंकि यह सुखे काले अंगूरों से बनी होती है। अन्य किशमिश की तुलना में, इसका रंग गहरा, स्वाद में खट्टा और मीठा होता है।
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काली किशमिश के फायदे- Benefits of Black Raisins in Hindi
मुनक्के या काली किशमिश से निसंतानता का उपचार संभव है। महिलाओं में गर्भधारण न कर पाने की समस्या का एक मुख्य कारण प्रजनन क्षमता का कम होना या बांझपन का कारण हो सकता है। काली किशमिश के फायदे (black raisins benefits) इन निम्नलिखित में शामिल हैं-
- काली किशमिश या मुनक्का महिलाओं में न सिर्फ फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है बल्कि बालों का झड़ना कम करने से लेकर कब्ज दूर करने में मदद करता हैं।
- काली किशमिश का पानी आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने और गर्भधारण की समस्या से राहत पाने में आपके लिए मददगार साबित होता है। इसमें में सोडियम, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन-ई, सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन-डी, मैग्नीशियम, जिंक, एंटिऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं।
- मुनक्का या काली किशमिश आपकी शारीरिक कमियों को दूर करने के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह आपके प्रजनन की क्षमता को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
- इसके नियमित सेवन से आप गर्भधारण कर पाने में भी सक्षम हो सकती हैं।
- काली किशमिश का पानी आयरन, कॉपर और विटामिन से भरपूर है जो शरीर में खून का मात्रा को बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से एनीमिया से बचा जा सकता है.
- यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके एंटी-कोलेस्ट्रॉल यौगिकों के माध्यम से स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, दिल के दौरे जैसे जोखिमों को कम करता है.
- यह ब्लड प्यूरिफायर के रूप में भी काम करता है, जो शरीर को डिटॉक्स करता है, और साथ ही पीसीओएस (PCOS), इरेगुलर पीरियड्स और पीरियड्स के दौरान खून के थक्के जैसे अन्य पीरियड्स की समस्या से छुटकार दिलाते है।
- यह एक कामोद्दीपक (Aphrodisiac) है जो उत्तेजना को प्रेरित करता है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड गर्भधारण की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
- इसके सेवन से डिटॉक्सिंग और एंटी-एजिंग गुण त्वचा को साफ, चमकदार और दृढ़ बनाते है। इसमें मौजूद विटामिन सी मुंहासों को भी रोकने में मदद करता है।
- काली किशमिश का पानी से गर्भधारण में समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन, बांझ अंडे (Infertile eggs) और अंडे का कम बनना की दिक्कते दूर होती है।
- एक रिसर्च मुताबिक काली किशमिश में एल-आर्जिनिन (L-arginine) होता जो अंडाशय और गर्भाशय को रक्त की आपूर्ति में सुधार करता है।
- शरीर में हीटबर्न की समस्या को भी कम करता है जो एसिडिटी का कारण बनता है। शरीर में उर्जा के स्तर को बढ़ाता है।
- इम्यूनिटी बूस्टिंग खाद्य की श्रेणी में रखा गया है। दरअसल, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों को इम्यूनिटी बढ़ाने वाला फूड कहा जाता है। किशमिश में भी विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है।
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काली किशमिश के फायदे पाने के लिए सही इस्तेमाल का तरीके
काली किशमिश का सेवन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। काली किशमिश के फायदे से स्वास्थ्य लाभ तो बहुत है। नीचे जानिए काली किशमिश खाने का तरीका–
- रात में सोते समय 5-7 काली किशिमिश को एक कप पानी में भिगो दें। इसे रात भर के लिए छोड़े दें। सुबह उठकर खाली पेट किशमिश के पानी का सेवन करें।
- मुनक्के आपने भिगोए थे आप उन्हें दिन में किसी भी समय खा सकती हैं। ऐसा रोजाना नियमित रूप से करने से आपकी प्रजनन की क्षमता में सुधार होगा और आप जल्दी गर्भधारण करने में मदद मिलेगी।
- इसे कुकीज में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- काली किशमिश को केक बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इसे अन्य ड्राई फ्रूट्स के साथ मिलाकर खा सकते है।
- इसे रात भर पानी में भिगोकर, अगली सुबह खाया जा सकता है।
- मीठे पकवानों में इसका इस्तेमाल स्वाद बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
- काली किशमिश को दूध के साथ भी खाया जा सकता है।
- काली किशमिश को सीधे या अन्य ड्राई फ्रूट के साथ सुबह और शाम के वक्त खाया जा सकता है।
- दोपहर या रात के खाने के बाद काली किशमिश युक्त मिठाई का सेवन किया जा सकता है।
- रात में सोने से पहले काली किशमिश को दूध के साथ लिया जा सकता है।
- रातभर पानी में भिगोई हुई काली किशमिश सुबह खा सकते हैं।
- दूध के साथ भी ले सकते हैं। काली किशमिश को साबुत खाएं या फिर रात में सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ लें।
- किशमिश को क्रश करके उसका रस पानी में छोड़े और फिर उसका सेवन करें।
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ध्यान देने योग्य बाते :-
इसका अधिक मात्रा में या लंबे समय तक सेवन करने से एर्लजी हो सकती है, वजन भी बढ़ता है, साथ ही ज्यादा सेवन करने से सांस लेने में दिक्कत होती है। इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें।
इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।