ज्योति की बंद ट्यूब कैसे खुली – Jyoti ki Success Story
* Patients Name : Jyoti
* Age : 34 Years
* Location : Uttam Nagar, Delhi
* Case : Tube Blockage and Low AMH
पेरेंट्स बनना हर दंपति का सपना होता है। पिछले कुछ सालों से हमारी बदलती जीवनशैली के साथ बदलती अनहेल्डी डाइट से निसंतानता की समस्या बढ़ती जा रही है। खराब लाइफस्टाइल के चलते शरीर में हर्मोनल डिसऑर्डर, मोटापा और ट्यूबल ब्लॉकेज जैसी समस्या को जन्म देता है। पहले 35 साल से ज्यादा उम्र महिलाओं में ये परेशानी देखी जाती थी। परंतु अब 25 से 30 साल की महिलाएं भी इस समस्या से ग्रस्त है।
आजकल कितनी ही महिलाएं गर्भवती होने की कोशिश करती है लेकिन इसमें सफल नहीं हो पा रही है। अक्सर तनाव रहता है और गर्भधारण करने के लिए मन में कई सवाल भी रहते है। इसकी सही और पूरी जानकारी ना होने के कारण तनाव की स्थिति दंपति में बनी रहती है। अगर सही समय पर लक्षणों का पता चले तो इसका इलाज किया जा सकता है। ऐसी ही एक कहानी दिल्ली के उत्तम नगर की रहने वाली ज्योति की है जिसकी उम्र 34 साल की है। शादी के चार साल बाद भी कंसीव करने में असमर्थ रही।
इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रही ज्योति ने शादी के बाद एक साल से ज्यादा समय तक असुरक्षित सेक्ससुल इंटरकोर्स करने के बाद भी कंसीव नहीं किया था। जिसके चलते हर समय वो तनाव में रहने लगी थी। कई डॉक्टरों से कंस्लट किया इलाज भी करवाया लेकिन उनकी समस्या का कोई हल नहीं मिला।
बेबी कंसीव करने में आयुर्वेद ने कैसे किया मदद
जब डॉक्टर ने अंडों की जांच करवाने के लिए बोला तब पता चला की अंडें कम बन रहे है। डॉक्टर का कहना था की ज्यादातर महिलाओं को तो पता ही नहीं चलता की उनके अंडें कब कम हो रहे है जब तक गर्भधारण का प्रयास नहीं करती है। साथ ही डॉक्टर ने IVF की सलाह दी जिसमें लाखों रुपयें खर्च होने के बाद भी कोई सही परिणाम नहीं मिलेगा।
ये खबर सुनकर ज्योति की उम्मीद पूरी तरह से टूट चुकी थी। हर संभव इलाज के बाद पता चलता है की अंडे की क्वालिटी में भी गिरवाट आ रही है। घरवाले, रिश्तेदार और दोस्त यार से मिलते थे तो सबका यही सवाल रहता था कि खुशखबरी कब सुना रहो हो।
शादी को इतने साल हो गए अब बच्चा नहीं करोगे तो कब करोगे। सब लोग उनको गलत नजर से देखने लगे थे। तब इतना परेशान होने की बाद Google पर आयुर्वेदिक इलाज के बारे में रिसर्च किया तो मालूम हुआ बिना सर्जरी के Aasha Ayurveda में मेरी परेशानी का इलाज मौजूद है।
जब यहां आए तो डॉक्टर ने मेरी रिपोर्ट देख के मुझे आशवासन दिया की मुझे धैर्य से काम लेना चाहिए। हम पर विशवास रखें आपकी स्थिति गंभीर है लेकिन ऐसी भी नहीं है की इलाज ना हो सकें। थोड़ा समय लगेगा पर आपको रिजल्ट खुद ही दिखने लगेंगे।
Jyoti ने कैसे किया कंसीव
डॉक्टर ने Ayurvedic Medicine के साथ मेरे लिए डाइट चार्ट भी तैयार करके दिया साथ ही मुझे कुछ योगासन भी बताएं जिसे अपना के कुछ महीनों में ही मैंने नेचुरल तरीके से कंसीव कर लिया। ज्योति और उनके पति के लिए खुशी का ठिकाना नहीं है जब उन्हे पता चला की आयुर्वेद से शादी के चार साल बाद मां बनने का सुख मिला। ना जाने ज्योति ने कितने दिनों से इस पल का इंतजार किया था। आयुर्वेद के इलाज से उनका घर बरबाद होने से बच गया। Dr. Chanchal Sharma के ज़रिये निसंतान Jyoti ने अपने जीवन में संतान सुख पा सकी हैं।